पीलीभीत। जनपद में “एक पेड़ मां के नाम 2.0” वृक्षारोपण जन अभियान 2025 का शुभारंभ मंगलवार को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, पीलीभीत में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके उपरांत परिसर में गुलमोहर सहित अन्य प्रजातियों के पौधे रोपे गए।वृक्षारोपण कार्यक्रम में राज्य मंत्री (गन्ना विकास एवं चीनी मिलें) संजय सिंह गंगवार, विधायक बरखेड़ा स्वामी प्रवक्तानंद, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. दलजीत कौर, नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. आस्था अग्रवाल, ब्लॉक प्रमुख ललौरीखेड़ा, मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल, जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार श्रीवास, अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया, अपर जिलाधिकारी ऋतु पूनिया, एसडीएम सदर, मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉ. सगीता अनेजा सहित अन्य अधिकारी, छात्र-छात्राएं एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
छात्र-छात्राओं द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर भाषण और कविताएं प्रस्तुत की गईं, जिसे सभी ने सराहा। इस अवसर पर वन विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि 1 से 7 जुलाई के बीच जन्मे बच्चों के परिजनों को एक इमारती पौधा और ‘ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट’ प्रदान किया गया है।राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पर्यावरणीय सोच को जन आंदोलन का स्वरूप देने की जरूरत है। इस वर्ष उत्तर प्रदेश में 37 करोड़ पौधे रोपित करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि पीलीभीत और सोनभद्र वन क्षेत्र में सबसे समृद्ध जिले हैं, इसे मिलकर और मजबूत करना होगा। उन्होंने विधायक निधि से ट्री गार्ड हेतु एक प्रतिशत धनराशि देने की घोषणा की।
बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद ने ‘ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट’ को एक अभिनव पहल बताया। उन्होंने कहा कि नवजात को दिया गया इमारती पौधा उस बच्चे के साथ बड़ा होगा और भविष्य में पर्यावरण व आर्थिक दृष्टि से लाभदायक होगा।मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज परिसर में एक हजार पौधों का रोपण किया जा रहा है, जिनकी सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी हम सबकी है। उन्होंने प्लास्टिक के उपयोग से बचने और हर अस्पताल से स्वस्थ होकर लौटते मरीज को पौधा भेंट करने की पहल का सुझाव भी दिया। उन्होंने छात्रों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए उन्हें जीवन में व्यवहारिक रूप में अपनाने की बात कही।
इस अभियान के अंतर्गत जिले के विभिन्न विभागों द्वारा पीपल, बरगद, नीम, सहजन, सागौन, आम जैसे लाभकारी पौधों का वृहद स्तर पर रोपण किया गया। जिलाधिकारी ने वन विभाग को निर्देश दिया कि सभी पौधों की जियो टैगिंग और नियमित देखभाल सुनिश्चित की जाए।कार्यक्रम के अंत में वृक्षारोपण में सहभागिता करने वाले जनप्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न के रूप में रूद्राक्ष के पौधे भेंट किए गए।