बाराबंकीः 473 नलकूपों पर 69 ऑपरेटर, एक पर सात का जिम्मा! क्षेत्र में 357, रुदौली, मवई में हैं 116 सरकारी नलकूप, 16065 हेक्टयर मिला है सिंचाई का लक्ष्य
June 12, 2025
बाराबंकी। जिले में धान और मेंथा की फसलों की सिंचाई के लिए इस बार सरकारी नलकूपों से सिंचाई व्यवस्था पर भारी दबाव पड़ने वाला है। जिले भर में कुल 473 सरकारी नलकूप हैं, लेकिन इनका संचालन करने के लिए मात्र 69 ऑपरेटर ही तैनात हैं। ऐसे में औसतन एक ऑपरेटर पर औसतान 6 से 7 सरकारी नलकूपों के संचालन की जिम्मेदारी निभानी पड़ रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की एक ऑपरेटर कैसे समयबद्ध तरीके से किसानों की उनकी फसल की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करा सकेंगे।
सिंचाई विभाग के नलकूप खंड के आंकड़ों के अनुसार, बाराबंकी क्षेत्र में 357 और रुदौली तथा मवई क्षेत्रों में कुल 116 सरकारी नलकूप संचालित हो रहे हैं। इन नलकूपों को समयबद्ध तरीके से संचालन की जिम्मेदारी मात्र 69 ऑपरेटरों पर ही है। ऐसे में प्रत्येक ऑपरेटर पर औसतन 6 से 7 सरकारी नलकूपों को चलाने का जिम्मा है। वहीँ लंबे समय से ऑपरेटरों की भर्ती न होने से करीब चार सौ पद रिक्त हैं बताया जाता है की इन रिक्त पदों को भी समाप्त कर दिया गया है। अब ऐसे में सरकारी नलकूपों से किसान अपनी धान और मेंथा की फसल की सिंचाई का लाभ कैसे पाएंगे यह एक बड़ा सवाल खड़ा दिख रहा है। वैसे इस वर्ष नलकूप खंड विभाग को कुल 16065 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई का लक्ष्य मिला है। मौसम की स्थिति और वर्षा की अनिश्चितता को देखते हुए धान और मेंथा जैसी जल-आधारित फसलों के लिए नलकूपों से सिंचाई की आवश्यकता बढ़ने की संभावना है। लेकिन नलकूपों की पर्याप्त संख्या के बावजूद मानव संसाधन की भारी कमी से किसानों को समय पर पानी मिल पाना मुश्किल हो सकता है। फिर भी इतने बड़े क्षेत्र और सीमित संसाधनों के बीच समय पर सिंचाई सुनिश्चित करना विभाग के लिए एक चुनौती साबित हो सकता है।
जिला योजना के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में एक एक नया सरकारी नलकूप बन रहा है। इस पर करीब एक करोड़ 20 लाख रुपये खर्च होंगे। एक नलकूप के निर्माण पर बिजली कनेक्शन सहित 20 लाख रुपये के खर्च का अनुमान बताया गया है। यह नलकूप दरियाबाद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम जरौली, जैदपुर के नवाबपुर कोड़री, रामनगर के देवशानी, हैदरगढ़ के मोहब्बतपुर, कुर्सी के शिवपुर मजरे भगौली और बाराबंकी विधानसभा क्षेत्र के टंटा मजरे टांईकला गांव शामिल है।
शशांक कुमार, अधिशासी अभियंता, नलकूप खंड ने कहा कि जितने ऑपरेटर उपलब्ध हैं उनसे नलकूप संचालन का काम लिया जा रहा है। इस बार सिंचाई का जो लक्ष्य मिला है उसे पूरा कर किसानों की लाभान्वित किया जायगा।