कुंडा/प्रतापगढ़। पाकिस्तान गए व्यक्ति की लेखपाल द्वारा जमीन की वरासत करने का मामला अब सीएम के दरबार तक पहुंच गया है। सीएम दरबार में जनता दर्शन के दौरान की गई शिकायत की जांच करने नायब तहसीलदार की अगुवाई में राजस्व टीम गांव भी पहुंची और दोनों पक्षों से कागजातों की मांग की है।
कुंडा तहसील के कुंडा थाना क्षेत्र के वजीरपुर गांव के रहने वाले साकेन्द्र सरोज पुत्र सुंदर लाल सरोज ने जिलास्तरीय विभागीय सभी अधिकारियों से शिकायत किया था कि उसके गांव के रहने वाले मो.वजीह सुत अब्दुल गफ्फार देश की आजादी के समय ही देश छोड़कर पाकिस्तान चले गए थे और वही पर वो सपरिवार रहने लगे तथा उसके बाद वे कभी भारत नही आए लेकिन लेखपाल ने वजीह की संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित करने के बजाय करीब तीन दर्जन बीघा जमीन को वर्ष 2019 में उनके सम्बन्धियों के नाम वरासत दर्ज कर दिया। जिला स्तरीय अधिकारियों से शिकायत करने के बाद जब मामलें में कोई कार्यवाही नही हुई तो साकेन्द्र के लखनऊ जाकर पूरे मामलें की शिकायत सीएम से जनता दर्शन में की। जनता दर्शन में हुई शिकायत की जांच करने के लिए नायब तहसीलदार बाबागंज लालमुनि सरोज की अगुवाई में राजस्व टीम वजीरपुर गांव पहुंची। जहां पर टीम ने दोनों पक्षो से कागजात मांगे। इस संबंध में नायब तहसीलदार बाबागंज लालमुनि का कहना है कि दोनों पक्षों से कागजात मांगे गए हैं। जांच अभी जारी है।प्रकरण के मामलें में वरासत करने वाले तत्कालीन लेखपाल निर्देश यादव का कहना है कि वर्ष 1994 में वजीह की मृत्यु हो गई थी,वरासत लंबित थी। इसीलिए वरासत कर दी गई है। हालांकि इतने लंबे अंतराल के बाद उन्होंने किन परिस्थितियों में वरासत की और उनके पहले तैनात लेखपालों ने वरासत क्यों नही की और कैसे उनको पता चला कि मृत्यु वर्ष 1994 में हुई थी? इस पर वो कन्नी काट गए।
