नहीं छोड़ेगें परमाणु कार्यक्रम, बनाते रहेंगे मिसाइले-ईरान
July 22, 2025
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने के मकसद से इजरायल और अमेरिका ने हमला किया था। इजरायल और अमेरिका की ओर से किए गए हमलों के बाद भी ईरान के हौसले पस्त नहीं हुए हैं। ईरान ने परमाणु कार्यक्रम को लेकर एक बार फिर अपना रुख साफ कर दिया है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा है कि पिछले महीने अमेरिकी हमलों के बाद परमाणु ठिकानों को हुई "गंभीर" क्षति के बावजूद, ईरान की अपने परमाणु कार्यक्रम को छोड़ने की कोई योजना नहीं है। ईरान का यूरेनियम एनरिचमेंट प्रोग्राम जारी रहेगा।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने फॉक्स न्यूज से कहा कि फिलहाल यूरेनियम के संवर्धन को रोक दिया गया है क्योंकि परमाणु ठिकानों को भारी है नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि हम यूरेनियम एनरिचमेंट प्रोग्राम नहीं छोड़ सकते क्योंकि यह हमारे अपने वैज्ञानिकों की उपलब्धि है। उन्होंने इसे अपने देश का गौरव बताया और जारी रखने की बात कही।
अब्बास अराघची का यह बयान ऐसे समय आया है जब ईरान जल्द ही इस्तांबुल में जर्मनी, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम के साथ अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत करने के लिए तैयार है। तनाव को कम करने के लिए अमेरिका के साथ बातचीत को लेकर अराघची ने कहा, "हम बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन फिलहाल सीधे तौर पर नहीं।" उन्होंने कहा, "अमेरिकी प्रतिबंध हटाए जाने के बदले में हम यह साबित करने के लिए तैयार हैं कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है।" ईरान के विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि उनका देश मिसाइलों का विकास और निर्माण जारी रखेगा।
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, हाल ही में इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने ईरान को चेतावनी दी थी। काट्ज ने कहा था कि ईरान को खतरनाक स्तर तक संवर्धित (एनरिच) किए गए यूरेनियम को वापस करना होगा। उन्होंने कहा था कि अमेरिका और इजरायल की ओर से ईरान को यह संदेश दिया गया है कि उसे अपना एनरिच यूरेनियम सौंपना होगा। माना जाता है कि ईरान अपने यूरेनियम को 60 फीसदी तक एनरिच कर चुका था। अगर यह स्तर 90 प्रतिशत तक पहुंच जाता तो ईरान परमाणु बम बनाने में सक्षम हो जाता।