लखनऊः पीएफआरडीए द्वारा आयोजित इंटरएक्टिव सेशन में विशेषज्ञों ने बताए फायदे
March 07, 2025
लखनऊ । फिक्की और पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (च्थ्त्क्।) फिक्की और के संयुक्त तत्वावधान में ष्नेशनल पेंशन सिस्टम (छच्ै) फॉर कॉरपोरेट्सष् विषय पर एक इंटरएक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कॉरपोरेट जगत को छच्ै की संरचना, कर लाभों और दीर्घकालिक आर्थिक सुरक्षा में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका से अवगत कराना था। सत्र में विशेषज्ञों ने छच्ै की उपयोगिता, निवेश विकल्पों और कराधान संबंधी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी साझा की, जिससे कॉरपोरेट कर्मचारियों और प्रबंधन को योजना का अधिकतम लाभ उठाने में सहायता मिली।नेशनल पेंशन सिस्टम (छच्ै) एक मजबूत, पारदर्शी और पेशेवर रूप से प्रबंधित पेंशन योजना है, जो कर लाभ, लचीले निवेश विकल्पों और प्रतिस्पर्धी रिटर्न्स के साथ व्यक्तिगत निवेशकों और कॉरपोरेट्स दोनों के लिए दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा और रिटायरमेंट प्लानिंग का एक पसंदीदा विकल्प बन गया है।कार्यक्रम की शुरुआत यूपी आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने इस पहल की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके बाद एसोचैम यूपी-उत्तराखंड के अध्यक्ष इंजीनियर डी. पी. सिंह ने अपने संबोधन में कॉरपोरेट सेक्टर में एनपीएस की बढ़ती भूमिका को रेखांकित किया।कार्यक्रम में ’पीएफआरडीए के अध्यक्ष डॉ. दीपक महांती’ने मुख्य भाषण दिया, जिसमें उन्होंने एनपीएस की संरचना, निवेश विकल्पों और लाभों पर विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, ष्एनपीएस सिर्फ एक पेंशन योजना नहीं, बल्कि अनुशासित बचत और दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा का एक मजबूत स्तंभ है। यह पारदर्शी, सुव्यवस्थित और टैक्स-फ्रेंडली योजना हर नागरिक के लिए लाभदायक है।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विशेषज्ञों ने एनपीएस के महत्व पर अपने विचार साझा किए। श्री संजय गुप्ता, अध्यक्ष, यूपी आदर्श व्यापार मंडल ने कहा, ष्आज के समय में एनपीएस केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि हर कर्मचारी के लिए एक आवश्यक योजना बन गई है। यह न केवल वित्तीय स्थिरता प्रदान करता है, बल्कि यह सुनिश्चित करता है कि सेवानिवृत्ति के बाद भी उनकी आर्थिक सुरक्षा बनी रहे।ष्
इंजीनियर डी. पी. सिंह, अध्यक्ष, एसोचैम यूपी-उत्तराखंड ने कहा, ष्कॉरपोरेट सेक्टर को एनपीएस को अपनी संरचना में अनिवार्य रूप से शामिल करना चाहिए। यह कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने के साथ-साथ संगठनों को भी कर लाभ और वित्तीय स्थायित्व प्रदान करता है।ष्कार्यक्रम के अंत में प्रश्न-उत्तर सत्र आयोजित किया गया, जहां प्रतिभागियों ने विशेषज्ञों से एनपीएस से संबंधित अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त किया। इस सत्र ने उपस्थित लोगों को एनपीएस के विभिन्न पहलुओं को बेहतर ढंग से समझने में सहायता की।यह इंटरएक्टिव सेशन कॉरपोरेट जगत के लिए एनपीएस की उपयोगिता और इससे मिलने वाले दीर्घकालिक लाभों को उजागर करने में सफल रहा। विशेषज्ञों ने एनपीएस के तहत निवेश, कर लाभ और वित्तीय सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं, जिससे कॉरपोरेट क्षेत्र में इसकी स्वीकार्यता और जागरूकता को बढ़ावा मिला।