सोनभद्र। रावटसगंज नगर स्थित राजा शारदा इंटरमीडिएट कॉलेज में मंगलवार को महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर गोष्ठी का किया गया आयोजन अतिथियों द्वारा चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके जीवन पर डाला गया प्रकाश। वहीं कार्यक्रम के आयोजक अनुसूचित मोर्चा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष सदर ब्लाक प्रमुख अजीत रावत के नेतृत्व में कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया इस दौरान मौजूद पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक मिश्रा, डॉक्टर धर्मवीर तिवारी, अजीत चौबे आदि अतिथियों ने गोष्टी को संबोधित करते हुए बताया कि रामायण महाकाव्य की रचना से संबंधित कथा के अनुसार, एक बार एक शिकारी ने प्रेम में मग्न क्रोंच पक्षी की हत्या कर दी। इसपर वाल्मिकी जी ने उस शिकारी को यह श्राप दिया कि "हे निषाद, तुम्हें कभी शांति न मिले, क्योंकि तुमने क्रौंच पक्षी के जोड़े में से एक को मार डाला"। यह श्राप ही रामायण का पहला श्लोक बना। तब ब्रह्मा जी प्रकट हुए और उन्होंने वाल्मीकि जी को काव्य के रूप में भगवान श्रीराम के संपूर्ण के चरित्र की रचना के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार महर्षि वाल्मीकि ने रामायण महाकाव्य की रचना की। इसके उपरांत मौजूद सैकड़ो के संख्या में लोगों द्वारा सहभोज का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बाल्मीकि जयंती पर आए सभी व्यक्तियों को प्रसाद खिलाकर उनके जीवन पर आधारित विचारों के अनुसार चलने को संकल्प दिलाया गया इस मौके पर शहर अध्यक्ष विनय श्रीवास्तव, अनुपम त्रिपाठी ,ध्रुव कांत द्विवेदी, आलोक रावत, अशोक भारती, संजय पासवान, संतोष भारती, आशा रावत, रजनीश रघुवंशी, सुनीता भारती।
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