बलिया। जिलाधिकारी कार्यालय पर सोमवार को नाना-नानी के साथ नौनिहाल भी डीएम दरबार पहुंचे। वह अपनी मां के जेवरात तथा अपना हक हिस्सा अपने बड़े पापा से दिलवाने का गुहार लगाए। बलिया की पनीचा निवासी तथा अनाथ बच्चों की नानी ज्ञान्ती देवी पत्नी राधेश्याम ने जिलाधिकारी को दिए गए आवेदन में लिखा है कि मेरी बेटी सपना तथा दामाद रोशन सिंह की मौत हो चुकी है। इनके बच्चे ऋषभ सिंह खरवार तथा रीतिका खरवार मेरे पास रहते हैं। बच्चों की मां का जेवर उनकी बड़ी मम्मी खुशबू देवी तथा बड़े पापा राजकुमार खरवार ने रख लिया है। इनके पिता का अंतिम संस्कार राजकुमार खरवार ने बच्चों को बिना अंतिम दर्शन कराए कर दिया। जिसमें न्याय के लिए मैं बहुत दिनों से कोशिश कर रही हूं।
इस संबंध में मैं बच्चों को लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में भी गई। जिसके जनसुनवाई का निस्तारण मुख्य विपक्षी को बिना बुलाए उनसे फोन पर बात करके कर दिया गया। जिसमें खुशबू देवी ने बयान दिया है कि सपना का जेवर बेचकर उसकी बीमारी में लगा दिया गया।जबकि बीमारी के समय मेरी बेटी-दामाद के नाम से जमा 10 लाख रुपये का फिक्स तोड़ा गया। ऐसे में इन अनाथ बच्चों को न्याय दिलाने के लिए उचित कार्रवाई करने की डीएम से मांग की गई है।
