संग्रामपुर: दीपावली का त्योहार, कुम्हार की चाक ने पकडी रफ्तार
October 06, 2025
संग्रामपुर/अमेठी। दीपावली को रोशन करने के लिए कुम्हार ने चाक की रफ्तार तेज कर दी है। दीपावली पर लोगों के घर दीपावली के पर्व पर उजाला करने के लिए कुम्हार ने मिट्टी के दीए बनाना शुरू कर दिए हैं। इस बार कुम्हार की आस है अधिक मुनाफा आएगा। इसके चलते कुम्हार के हाथ में मिट्टी के आकार देने में लगे हुए हैं। धूप में सूखने के लिए दीए की कतारें बढ़ती जा रही हैं। पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों में मिट्टी के पात्र और दीए का इस्तेमाल शुभ माना जाता है। मिट्टी के पात्र शुद्ध माने जाते हैं। इसलिए धर्म-कर्म को संजीदगी से लेने वाले लोग मिट्टी के बर्तनों का भी इस्तेमाल पूजा में करते हैं।दीपावली पर भले ही बिजली की झालर अपनी रंगत बिखेरती हो लेकिन इसके बीच दीयों के साथ-साथ मिट्टी के डिजाइन के दीयों की भरमार रहती है। जो खूब लोगों आकर्षित करती है। अब दीपावली मात्र एक पखवाड़ा ही रह गया है। कम समय में अधिक काम करने की सोच से कुम्हार अपनी चाक की गति तेज कर दी है। जिले के विकासखंड संग्रामपुर क्षेत्र के ग्राम सभा बनवीरपुर निवासी राम उजागर प्रजापति ने बताया कि इस बार देसी दियाली की मांग बढ़ी हुई है करीब 20 से 25000 मिट्टी की दीयाली देशी चाक पर बनाना है जिसके लिए दिन रात मेहनत करने में हम लोग लगे हुए हैं उन्होंने बताया कि समय हमारे पास पर्याप्त नहीं है मात्र 15 दिन में अमावस्या आ जाएगी इससे पहले दीयाली और कुछ मिट्टी के पात्र , मिट्टी के खिलौने आदि बनाना है। उन्होंने बताया कि हमें इलेक्ट्रॉनिक चाक नहीं मिल पाई । इसलिए अपने पुश्तैनी चाक पर ही देशी दीयाली बना रहे हैं। सीताराम ने बताया की मौसम बिगड़ते देखकर घबराहट होती है की अपने लक्ष्य को पूरा कर पाएंगे की समस्या होगी फिलहाल हम पूरा परिवार दिन रात मिट्टी के बर्तन और दियाली बनाने में लगे हुए हैं ।
