बाराबंकीः देशभक्ति के जयघोष के साथ स्वयंसेवकों की कदमताल! आरएसएस का शताब्दी वर्ष कार्यक्रम
October 06, 2025
बाराबंकी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में स्वयंसेवकों का विभिन्न स्थानों पर पथ संचलन का सिलसिला जारी है।सोमवार को जैदपुर विधानसभा के भानमऊ और कुर्सी विधानसभा के बिहूरी में स्वयंसेवकों ने पथ संचलन किया। अनुशासन और उत्साह के साथ सैकड़ों स्वयंसेवकों ने भारत माता एवं वंदे मातरम के उद्घोष के साथ पथ संचलन में कदमताल मिलाए। संगठन गीत गाते हुए पूर्ण गणवेश में स्वयंसेवकों का उत्साह और उमंग देखने लायक था। इस दौरान बारिश भी होती रही। लोगों ने पुष्प वर्षा से स्वयंसेवकों का स्वागत किया। पथ संचलन से पूर्व स्वयंसेवकों ने विजयदशमी उत्सव और शस्त्र पूजन में हिस्सा लिया । बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुए जिला कार्यवाह सुधीर ने कहा कि संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार का उद्देश्य था कि हर व्यक्ति के भीतर स्वदेश भक्ति की भावना जागे। विजयादशमी केवल रावण वध का पर्व नहीं है, बल्कि संघ के इतिहास का भी विशेष दिन है, क्योंकि इसी दिन नागपुर में संघ की पहली शाखा का शुभारंभ हुआ था।उन्होंने अपने संबोधन में भारत की वैदिक परंपराओं, सांस्कृतिक मूल्यों और पारिवारिक एकता पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि संघ का कार्य धर्म, राष्ट्र और समाज के प्रति समर्पण का प्रतीक है।उन्होंने कहा कि हमारा इतिहास गौरवशाली रहा है, लेकिन विदेशी आक्रांताओं के शासन के दौरान हमारी संस्कृति को कई चोटें पहुंची।उन्होंने कहा कि शुद्ध और सात्विक प्रेम ही संघ कार्य का आधार होना चाहिए।इस अवसर पर जिला बौद्धिक प्रमुख शिवकुमार,ओमकार, हरिओम जी , धर्मेंद्र ,रामू ,पंकज, अजीत , वरुण , आदित्य , धर्मेंद्र कुमार मौजूद रहे।
