भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए अध्यक्ष बने मन्हास
September 28, 2025
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में नई कार्यकारिणी का गठन हो गया है. शुक्रवार 28 सितंबर को मुंबई में हुई वार्षिक आमसभा (AGM) में चुनाव अधिकारी ने नए पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की. इस बैठक के बाद अब भारतीय क्रिकेट की कमान नए हाथों में चली गई है.
इस बार BCCI के अध्यक्ष (President) के पद पर पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास को चुना गया है. उपाध्यक्ष (Vice-President) के रूप में राजीव शुक्ला को जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं देवजीत सैकिया को बोर्ड का नया सचिव (Secretary) बनाया गया है. इसके अलावा प्रभतेज सिंह भाटिया को संयुक्त सचिव (Joint Secretary) और ए. रघुराम भाट को कोषाध्यक्ष (Treasurer) चुना गया है. नई कार्यकारिणी अगले कार्यकाल के लिए भारतीय क्रिकेट से जुड़े सभी अहम फैसले लेगी और घरेलू व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले टूर्नामेंट्स की नीतियों पर काम करेगी.
सिर्फ शीर्ष पद ही नहीं, BCCI के अन्य अहम पदों पर भी नए चेहरे सामने आए हैं. जयदेव निरंजन शाह को एपेक्स काउंसिल का सदस्य चुना गया है. वहीं अरुण सिंह धूमल और एम. खैरुल जमाल मजरूमदार को गवर्निंग काउंसिल का सदस्य बनाया गया है. यह टीम आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट के संचालन और नई योजनाओं पर काम करेगी.
45 साल के मिथुन मन्हास भले ही टीम इंडिया के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेले हों, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड काबिल-ए-तारीफ रहा है. उन्होंने 157 फर्स्ट क्लास मैचों में 9714 रन बनाए हैं, जिसमें 27 शतक शामिल हैं. लिस्ट-ए क्रिकेट में भी उन्होंने अपनी छाप छोड़ी है और 4126 रन अपने नाम किए. दिल्ली रणजी टीम के कप्तान के रूप में उन्होंने लंबे समय तक बेहतरीन प्रदर्शन किया और कई बार टीम को मुश्किल हालात से जीत की ओर ले गए हैं.
मन्हासे के पास आईपीएल में भी खेलने का अनुभव है. वह दिल्ली डेयरडेविल्स, किंग्स इलेवन पंजाब और पूणे वॉरियर्स जैसी टीमों के लिए खेल चुके हैं. वीरेंद्र सहवाग और युवराज सिंह जैसे दिग्गजों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर कर चुके मन्हास ने जम्मू कश्मीर क्रिकेट में खिलाड़ी और प्रशासक दोनों भूमिकाओं में जिम्मेदारी संभाली है.
BCCI का अध्यक्ष बनने के बाद अब मन्हास पर भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाईयों तक ले जाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी. आने वाले समय में घरेलू ढांचे को मजबूत करने और खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं देने की दिशा में उनसे अहम फैसले लेने की उम्मीद है.