सोनभद्र। पूर्वांचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव अधिवक्ता पवन कुमार सिंह ने अधिवक्ता भवन तहसील परिसर रावटसगंज में विश्व जनसंख्या दिवस पर मांग किया कि हमारे देश में बढती जनसंख्या के कारण भारी मात्रा में खाद्यान्न संकट उत्पन्न हो रहा है। अलबत्ता जिसके कारण देश में भूखमरी, पानी व बिजली की समस्या, आवास की समस्या, अशिक्षा का दंश, चिकित्सा की बदइंतजामी व रोजगार के कम होते विकल्प इत्यादि प्रकार की समस्याओं से जूंझना पड रहा है। विश्व की जनसंख्या सात अरब से ज्यादा है। अकेले भारत की जनसंख्या लगभग 1 अरब 45 करोड़ के आसपास है। भारत विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। आजादी के समय भारत की जनसंख्या 33 करोड़ थी जो आज पांच गुना तक बढ़ गयी है। परिवार नियोजन के कमजोर तरीकों, अशिक्षा, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के अभाव, अंधविश्वास और विकासात्मक असंतुलन के चलते आबादी तेजी से बढ़ी है। संभावना है कि 2050 तक देश की जनसंख्या 1.6 अरब हो जायेगी। फिलहाल भारत की जनसंख्या विश्व जनसंख्या का 18.5 फीसद है। भूभाग के लिहाज के हमारे पास 2.5 फीसद जमीन है। 4 फीसद जल संसाधन है। जनसंख्या नियंत्रण, सतत विकास सुनिश्चित करने, प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन को रोकने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए आवश्यक है, जनसंख्या वृद्धि से संसाधनों पर दबाव पड़ता है, जिससे पर्यावरण क्षरण, गरीबी और अन्य सामाजिक समस्याएं हो सकती हैं ! विश्व जनसंख्या दिवस पर पर देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू किया जाए।
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