लखनऊ। लखनऊ में उस वक्त हड़कंप मच गया जब कुख्यात गैंगस्टर सलीम सोहराब गिरोह का सबसे छोटा भाई रुस्तम उर्फ सोहराब तिहाड़ जेल से तीन दिन की पैरोल पर बाहर आने के बाद तय समय पर वापस नहीं लौटा। वहीं सोहराब के फरार होने की खबर को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (ैज्थ्) को उसकी गिरफ्तारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं सूत्रों के मुताबिक, सोहराब पर कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं और उसके गैंग के कई सदस्य अभी भी सक्रिय हैं। पुलिस और एसटीएफ टीमें उसकी तलाश में जुट गई हैं, और लखनऊ सहित कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
रुस्तम उर्फ सोहराब के खिलाफ हत्या, रंगदारी, अवैध कब्जा और आर्म्स एक्ट जैसे कई गंभीर मामले विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज हैं। उसका नाम लखनऊ के शीर्ष गैंगस्टरों की सूची में शामिल है। सोहराब का संबंध गैंगस्टर सलीम के परिवार से है, जो खुद भी लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है। सोहराब की इस फरारी ने एक बार फिर पूरे गिरोह को पुलिस की जांच के दायरे में ला दिया है। एसटीएफ और पुलिस टीमें सोहराब के सहयोगियों से भी गहन पूछताछ कर रही हैं। अधिकारियों ने जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है। इस घटना ने एक बार फिर प्रदेश में पैरोल प्रणाली की समीक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया है, ताकि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों की पैरोल पर निगरानी को और पुख्ता किया जा सकें।