लखनऊ। शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के उद्देश्य से लखनऊ नगर निगम ने बुधवार को एक व्यापक अभियान चलाया। महापौर के निर्देश एवं नगर आयुक्त के आदेश पर यह अभियान नगर निगम के विभिन्न जोनों में जोनल अधिकारियों के नेतृत्व में चलाया गया।जोन-1 के अंतर्गत चकबस्त कोठी से बलरामपुर अस्पताल, चारबत्ती चैराहा, कैसरबाग, अमीनाबाद बाजार तक चलाए गए इस अभियान में पुलिस बल एवं नजीराबाद चैकी प्रभारी की उपस्थिति में अस्थायी अतिक्रमण हटाया गया। वहीं, लालबाग मुख्यालय से नॉवेल्टी होते हुए बाल्मीकि मार्ग व बालाकदर रोड तक के रास्तों से भी अतिक्रमण हटाया गया। इस दौरान एक ट्रक सामान और दो चारपहिया वाहन जब्त किए गए। कालीदास मार्ग से 1090 चैराहा तक भी कार्यवाही जारी रही।
यह अभियान जोनल अधिकारी ओम प्रकाश सिंह के नेतृत्व में हुआ, जिसमें कर अधीक्षक विनय मौर्या, राजस्व निरीक्षक संजय सिंह, राजा भैया, राजेन्द्र कुमार, सुबोध वर्मा व प्रवर्तन विभाग (296) की टीम उपस्थित रही।जोन-3 के अंतर्गत वार्ड भारतेन्दु हरिश्चन्द्र में जोनल अधिकारी अमरजीत यादव के नेतृत्व में अभियान चलाया गया। एलडीए मार्केट डंडडया से इंजीनियरिंग कॉलेज चैराहे तक की गई कार्रवाई में गंदगी फैलाने पर शराब दुकानों से 8,500 का शुल्क वसूला गया और नोटिस भी जारी किए गए। इस दौरान कर अधीक्षक सभाजीत सिंह, खाद्य निरीक्षक संचिता मिश्रा एवं निरीक्षक इमरान खाँ की उपस्थिति रही।गौरी बाजार से स्कूटर इंडिया गेट तक चले अभियान में अवैध रूप से लगे 8 ठेले, 4 काउंटर, 2 गुमटी और 1 गन्ने की मशीन हटाई गई। अतिक्रमणकारियों से 2,500 का शमन शुल्क वसूला गया और भविष्य में अतिक्रमण न करने की चेतावनी दी गई। यह कार्रवाई जोनल अधिकारी नंदकिशोर के नेतृत्व में कर अधीक्षक आलोक कुमार श्रीवास्तव व प्रवर्तन दल की उपस्थिति में हुई।दुबग्गा सब्जी मंडी, बालागंज, कन्हैया माधवपुर में की गई कार्यवाही में 22 ठेले, 6 काउंटर, 15 अस्थायी दुकानें हटाई गईं। साथ ही अन्य वस्तुएं जैसे 8 कैरेट, 5 छाते, 4 कुर्सियां, 3 टायर, लकड़ी व लोहे के काउंटर आदि जब्त किए गए। यह कार्यवाही जोनल अधिकारी मनोज यादव, कर अधीक्षक विजय शंकर एवं प्रवर्तन दल की उपस्थिति में की गई।जोन-7 में जगरानी अस्पताल के आस-पास से 4 ठेले, 4 ठेलियाँ, 2 गुमटी और 4 लोहे के काउंटर हटाए गए। अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी गई कि दोबारा कब्जा किया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।कार्यवाही कर अधीक्षक राम अचल व ईटीएफ टीम की देखरेख में की गई।