मैनपुरी । संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील सदर में जन-शिकायतें सुनने के दौरान जब जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह के सम्मुख देवमाई नि. बंटू कुमार ने अपने शिकायती प्रार्थना पत्र के माध्यम से बताया कि उसके पिता के नाम दर्ज कृषि भूमि पर पिता की मृत्यु के उपरांत विरासत दर्ज करते समय उसका नाम बंटू कुमार के स्थान पर बृजेश चन्द्र अंकित कर दिया गया, नाम दुरुस्त करने के लिए क्षेत्रीय लेखपाल से कई बार अनुरोध किया लेकिन नाम संशोधित नहीं हो पाया, जिस पर उन्होंने तत्काल लेखपाल को बुलाकर शिकायतकर्ता से साक्ष्य के रूप में अभिलेख उपलब्ध कराने के पश्चात मौके पर ही खतौनी में नाम दुरुस्त कर शिकायतकर्ता को तत्काल राहत प्रदान करते हुये कहा कि विरासत के दौरान बारिसान के नाम अंकित करते समय पूरी सावधानी बरती जाए, किसी भी दशा में गलत नाम की प्रविष्टि न हो सुनिश्चित किया जाए, नाम संशोधन से संबंधित प्राप्त शिकायतों पर तत्काल शिकायतकर्ता से साक्ष्य प्राप्त कर उसका नाम ठीक किया जाए, नाम दुरूस्तीकरण के लिए किसी भी व्यक्ति को परेशानी का सामना न करना पड़े।
श्री सिंह के सम्मुख जब भानपुर नि. बलराम सिंह, सगौनी नि. रामौतार, टिण्डौली नि. हाकिम सिंह, घुसलैण्डा नि. मनोज, नगला बाग नि. पुष्पा देवी, सिकन्दरपुर नि. राम विलास, मो. भरतवाल नि. इन्द्रा देवी, ताबेपुर नि. शीला देवी ने अपने शिकायती प्रार्थना पत्रों के माध्यम से निजी भूमि पर दबंगों द्वारा किये गये अवैध अतिक्रमण को हटवाने की शिकायत की, जिस पर उन्होने असंतोष व्यक्त करते हुये कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस, थाना समाधान दिवस में जन सुनवाई के दौरान अधिकांश शिकायतें भूमि पर अवैध कब्जों से सम्बन्धित प्राप्त हो रही हैं, जिससे प्रतीत होता है कि राजस्व कर्मियों द्वारा क्षेत्र में प्रभावी कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन्होने हिदायत देते हुये कहा कि भूमि पर अनाधिकृत कब्जों से सम्बन्धित शिकायतों को राजस्वकर्मी गंभीरता से लें, पुलिस के साथ मौके पर जाकर दोनों पक्षों की मौजूदगी में भूमि विवाद का निबटारा कर दोनों पक्षों के साथ गांव के संभ्रात 02-03 व्यक्तियों के हस्ताक्षर करायें यदि पैमाइश, समस्या के निदान के उपरांत किसी के द्वारा पुनः अवरोध उत्पन्न किया जाये तो उसे शांति भंग की धाराओं में भारी मुचलके से पाबंद किया जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि सम्पूंर्ण समाधान दिवस पर प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध, गुणवत्तापरक निराकरण हो, कार्यवाही के उपरांत शिकायतकर्ता से अवश्य बात की जाये, निर्धारित समय-सीमा के बाद कोई शिकायती प्रार्थना पत्र निस्तारण हेतु शेष न रहे, शिकायतकर्ता के संतुष्ट होने के बाद ही निस्तारण आख्या अपलोड की जाये। उन्होने कहा कि कहीं भी सार्वजनिक भूमि यथा चकरोड, तालाब, विद्यालय की भूमि, मरघट, खलिहान आदि की भूमि पर अनाधिकृत कब्जा न रहे, व्यक्तिगत भूमि पर अवैध कब्जों के प्रकरण में निर्धारित शुल्क जमा कराकर पक्की पैमाइश कराई जाए।
आज आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील सदर के दूर-दराज ग्रामीण अंचलों से आए 55 फरियादियों ने अपने शिकायती प्रार्थना पत्र निराकरण हेतु जिलाधिकारी के सम्मुख प्रस्तुत किये, जिनमे से 06 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर फरियादी को तत्काल राहत प्रदान की। संम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद शाहा ने पुलिस विभाग से संबंधित शिकायतों को सुन उपस्थित थानाध्यक्षों को तत्काल प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी. गुप्ता, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए. सत्येन्द्र कुमार, उप कृषि निदेशक नरेन्द्र त्रिपाठी, जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी रमन मिश्रा, जिला कृषि अधिकारी अविशांक सिंह चैहान, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रंजना शुक्ला, अधिशाषी अभियंता विद्युत, जल निगम, नहर, तहसीलदार सदर विशाल सिंह, अनिल सक्सैना, प्र. आई.जी.आर.एस. अनुज कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।