बाराबंकीः हेलो कंट्रोल रूम! मैं स्टेशन मास्टर सफदरगंज बोल रहा हूं....... ट्रेन पटरी से उतर गई है, हादसे की आशंका से मचा हड़कंप, निकली मॉक ड्रिल संकट में भी तैयार प्रशासन
July 01, 2025
मसौली/बाराबंकी। हेलो कंट्रोल रूम! मैं स्टेशन मास्टर सफदरगंज बोल रहा हूं... ट्रेन पटरी से उतर गई है...सोमवार की रात जैसे ही कंट्रोल रूम में यह सूचना गूंजी, पूरे जिले में अफरातफरी मच गई। बरेली-बनारस रेल रूट पर रसौली-सफदरगंज के बीच ट्रेन हादसे की खबर ने प्रशासन, पुलिस और जनमानस को झकझोर कर रख दिया। लोग सहम गए, आंखों के सामने बीते वर्षों की भयावह रेल दुर्घटनाएं घूमने लगीं।सूचना मिलते ही जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ हरकत में आया। अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी रितेश कुमार, एएसपी उत्तरी विकास चंद्र त्रिपाठी समेत तीन थानों की पुलिस टीमें घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ीं। कई लोग रात के अंधेरे में हाथ जोड़कर ऊपरवाले से दुआ मांगने लगे कि सब कुशल हो।
लेकिन जब अधिकारी मौके पर पहुंचे, तो हकीकत कुछ और ही निकली ,यह तो रेलवे की पूर्व नियोजित मॉक ड्रिल थी, जो डीआरएम सुनील वर्मा के निर्देश पर की जा रही थी। मकसद था ,यह जांचना कि आपदा की स्थिति में जिला प्रशासन और रेलवे विभाग किस तरह से और कितनी तेजी से प्रतिक्रिया करता है।करीब एक घंटे तक यह भ्रम बना रहा कि कोई बड़ा रेल हादसा हो गया है। इस एक घंटे में प्रशासन की तत्परता, पुलिस की सक्रियता और आमजन की संवेदनाएं सब कुछ सामने आ गया। राहत की सांस तब आई जब रेलवे ने साफ किया कि यह एक ष्सुरक्षा अभ्यास था, जिसमें किसी प्रकार की वास्तविक दुर्घटना नहीं हुई थी।
इस ड्रिल ने एक ओर जहां कुछ देर के लिए लोगों की धड़कनें बढ़ा दीं, वहीं यह भी साबित कर दिया कि प्रशासन हर आपदा के लिए हर वक्त तैयार है। इस अभ्यास ने हमें यह सिखाया कि चाहे हालात कितने भी कठिन हों, हमारी सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ही असली ताकत है।