मोहनलालगंज। एक हादसे में जख्मी नगराम थाना क्षेत्र के अन्तर्गत असली गढ़ी गांव के रामफेर (50) के पैर का मोहनलालगंज के निजी अस्पताल में दो बार ऑपरेशन हुआ। गलत ऑपरेशन होने और पैर में सड़न होने पर परिवारीजनों ने दूसरे निजी अस्पताल में इलाज कराया, जहां संक्रमण का अधिक खतरा होने पर डॉक्टरों को उनका पैर तक काटना पड़ गया। नाराज परिवारीजनों ने गलत ऑपरेशन करने वाले निजी अस्पताल के डॉक्टर, संचालक के खिलाफ मोहनलालगंज कोतवाली में तहरीर देते हुए सीएमओ और सीएम से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। नगराम थाना क्षेत्र के असली गढ़ी निवासी सुंदर लाल ने बताया कि भाई रामफेर की बाइक 21 जून को फिसल गई थी, जिससे रामफेर जख्मी हो गया।
उसे रायबरेली रोड मोहनलालगंज ब्लॉक के पास हड्डी के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि बाएं हाथ और पैर में फ्रैक्चर है, ऑपरेशन करना पड़ेगा। सुंदरलाल ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने सवा लाख रुपये जमा करवाए, फिर ऑपरेशन किया। 50 हजार जमा कराकर दोबारा ऑपरेशन किया ऑपरेशन के बाद भी रामफेर के पैर से खून रिसता रहा, जिसके बाद यहां के डॉक्टरों ने बताया कि पैर की नस कटी है, इसलिए दोबारा ऑपरेशन करना पड़ेगा। आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने दोबारा ऑपरेशन के लिए 50 हजार रुपये जमा करवाए, फिर ऑपरेशन किया। दोबारा ऑपरेशन के बाद रामफेर के पैर में सड़न शुरू हो गई। आरोप है कि परिवारीजनों ने जब अस्पताल संचालक और डॉक्टर से गलत ऑपरेशन किए जाने की बात कही तो मरीज को बिना इलाज किए जबरन 28 जून को डिस्चार्ज करके घर भेज दिया गया। घर पर बिगड़ी हालत परिवारीजनों ने बताया कि जब वह रामफेर को घर ले गए तो वहां पैर में सड़न और बदबू उठने लगी। उसकी हालत भी बिगड़ गई। ऐसे में परिवारीजन रामफेर को दूसरे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने बताया कि गलत ऑपरेशन की वजह से पैर में सड़न पैदा हो गई है। मरीज की जान बचाने के लिए पैर काटना पड़ेगा। परीवारीजनों की सहमति के बाद इस निजी अस्पताल में डॉक्टरों ने मरीज की जान बचाने के लिए पैर को घुटने के ऊपर से काट दिया। मरीज का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सुंदरलाल ने मंगलवार को मोहनलालगंज कोतवाली में गलत ऑपरेशन करने वाले निजी अस्पताल के संचालक और डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी है। साथ ही सीएम, सीएमओ से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।