लखनऊ । नगर निगम जोन आठ में कार्यरत अवर अभियंता दीक्षा चैरसिया आरोपों के घेरे में है समय से कार्यालय न पहुंचना नागरिकों से अभद्र व्यवहार एवं उनकी समस्याओं का समाधान न करना जैसे कई आरोप उन पर लगते रहे हैं वही ताजा मामला सरोजिनी नगर विधायक द्वारा लिखे गए पत्र से संबंधित है अपने क्षेत्र में पत्रकारों के कल्याण हेतु पत्रकार आश्रय स्थल निर्मित कराए जाने हेतु पत्रफरवरी माह में नगर आयुक्त को लिखा गया था माननीय विधायक द्वारा लिखे गए पत्र का महत्व समझते हुए मुख्यालय ने 22 फरवरी को प्राप्त पत्र नगर आयुक्त अपर नगर आयुक्त मुख्य अभियंता तहसीलदार संपत्ति कार्यालय से होता हुआ स्थलीय चिन्हांकन हेतु 25 फरवरी को जोन 8 कार्यालय भेज दिया गया उसी दिन अधिशासी अभियंता शील कुमार श्रीवास्तव द्वारा अवर अभियंता दीक्षा चैरसिया को भेज दिया गया लापरवाही की हद25 फरवरी से 30 जून तक अवर अभियंता ने पत्र को उठाकर नहीं देखा आवेदक द्वारा पत्र की प्रगति के विषय में जानकारी करते हुए नगर निगम मुख्यालय से जोन कार्यालय पहुंचने पर ज्ञात हुआ पत्र अवर अभियंता महोदय के पास है जबकि उनके ऑपरेटर द्वारा बताया गया यहां आने वाले पत्र का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जातावही विभागीय सूत्रों के अनुसारअवर अभियंता महत्वपूर्ण पात्र को रद्दी की टोकरी में डालकर भूल गई थी 1.15 बजे दोपहर कार्यालय पहुंचने पर जोनल अधिकारी अजीत कुमार राय से भेंट नहीं हो सकी।
फोन पर उन्होंने कहा आम जनता से मिलने का समय 10 से 1 बजे है सभी लोग इस समय मिल सकते हैं वही शाम को फोन करने पर उनका फोन नहीं उठ सका अधिशासी अभियंता सुशील कुमार श्रीवास्तव ने अवर अभियंता का बचाव करते हुए कहा मैं मामले के बारे में जानकारी प्राप्त करके बताऊंगा।