मसौली /बाराबंकी। बिजली विभाग की लापरवाही एक बार फिर आम जनता पर भारी पड़ी। कस्बा बड़ागांव स्थित रामलीला मैदान के पास लगे 400 केवीए के ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबी आने से सोमवार की रात 10 बजे से मंगलवार दोपहर 12 बजे तक करीब 13 घंटे तक बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप रही। इस दौरान करीब 300 उपभोक्ताओं के घरों की बत्तियां गुल रहीं और लगभग 2000 की आबादी गर्मी से बेहाल होकर तड़पती रही।रातभर छोटे बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं बिना पंखे के बेचैनी से करवटें बदलते रहे। उमस भरी रात में किसी की नींद उड़ी तो किसी का सब्र। सबसे बड़ी विडंबना यह रही कि विद्युत विभाग को पहले से समस्या की जानकारी होने के बावजूद मरम्मत का कार्य देर रात शुरू नहीं किया गया। अवर अभियंता लालजी सिंह ने बताया कि देर रात होने की वजह से मंगलवार सुबह कर्मचारियों द्वारा जली हुई 15 मीटर केबल को बदला गया, तब जाकर दोपहर 12 बजे बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी।
लोगों ने गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि भीषण गर्मी में जब तापमान 40 डिग्री के पार हो, तब ऐसी लापरवाही असहनीय है। न तो वैकल्पिक व्यवस्था की गई, न ही कोई विभागीय अलर्ट। हर बार की तरह इस बार भी उपभोक्ताओं को अंधेरे में छोड़ दिया गया।
यह स्थिति उस वक्त और गंभीर हो गई जब कई घरों में बीमार, बुजुर्ग और नवजात बच्चे गर्मी से कराहते रहे। अब सवाल यह है कि क्या विभाग को सिर्फ ट्रांसफार्मर लगाने और केबल बदलने तक ही सीमित रहना चाहिए, या फिर जनसंवेदनाओं को भी समझने की जरूरत है?।