उन्नाव। जिले में प्राथमिक शिक्षक संघ ने स्कूल मर्जर के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को 10 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।प्रदेश सरकार 150 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक और 100 से कम छात्र संख्या वाले उच्च प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की योजना बना रही है। इस फैसले से हजारों प्रधानाध्यापक सरप्लस हो जाएंगे और रसोइयों की नौकरी भी जा सकती है।
जिलाध्यक्ष सुजीत पांडेय ने कहा कि स्कूल बंद होने से बच्चों को लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी। इससे नामांकन और उपस्थिति प्रभावित होगी। विभागीय अधिकारी प्रधानाध्यापकों और ग्राम प्रधानों पर मर्जर प्रस्ताव भेजने का दबाव डाल रहे हैं।शिक्षकों की प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन बहाली, मर्जर प्रक्रिया रोकने, सभी विद्यालयों में प्रधानाध्यापक की नियुक्ति, कैशलेस चिकित्सा सुविधा और चयन वेतनमान शामिल हैं। साथ ही अध्ययन अवकाश, बीएलओ ड्यूटी से मुक्ति और मृतक शिक्षकों के आश्रितों को नौकरी देने की मांग भी की गई है।
शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। धरने में बड़ी संख्या में शिक्षक और संघ पदाधिकारी मौजूद थे।