मैं संसद के विशेष सत्र की मांग वाले पत्र पर हस्ताक्षर नहीं कर सकी, क्योंकि मैं देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए यात्रा पर थी-सुप्रिया सुले
June 05, 2025
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) नेता सुप्रिया सुले ने गुरुवार को कहा कि वह पहलगाम हमले को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग वाले विपक्ष के पत्र पर हस्ताक्षर नहीं कर सकीं, क्योंकि वह विदेश यात्रा पर गए ऑल पार्टी डेलिगेशन में शामिल थीं। चार देशों की यात्रा से लौटने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, बारामती से लोकसभा सदस्य सुले ने कहा कि उनकी पार्टी का रुख यह है कि इस पर बहस की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी जारी है। उन्होंने कहा, ‘‘जब संसद का मानसून सत्र शुरू होगा, तो हम पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार से सवाल पूछेंगे।’’
सरकार ने आतंकवाद को पाकिस्तान की ओर से निरंतर समर्थन और 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर के रूप में भारत की प्रतिक्रिया के बारे में जानकारी देने के लिए कई देशों में ऑल पार्टी डेलिगेशन भेजे थे। सुले ने कहा, ‘‘मैं संसद के विशेष सत्र की मांग वाले पत्र पर हस्ताक्षर नहीं कर सकी, क्योंकि मैं देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए यात्रा पर थी। मैंने अपने देश में आस्था और विश्वास दिखाया है। यह दौरा लाभदायक रहा और सभी चार देशों- कतर, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र और इथियोपिया के नेतृत्व ने भारत के साथ मजबूत एकजुटता व्यक्त की और आतंकवाद के सभी कृत्यों की निंदा की।’’
उन्होंने कहा कि चारों देश भारत के साथ घनिष्ठ संबंध रखते हैं और वे भारत को ‘महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, मनमोहन सिंह और नरेन्द्र मोदी की भूमि’ मानते हैं।
सुले ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेताओं से कहा था कि वह भारत लौटने के बाद विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठकों में शामिल होंगी। शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी विपक्षी समूह I.N.D.I. अलायंस का एक घटक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में 16 विपक्षी दलों ने मांग की है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए। सरकार ने बुधवार को कहा कि संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 12 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा।