लखनऊः नगर निगम का अतिक्रमण विरोधी अभियान ,चार जोनों में सख्त कार्रवाई
May 16, 2025
लखनऊ। नगर निगम की मेयर सुषमा खर्कवाल के निर्देश पर नगर आयुक्त गौरव कुमार के आदेशानुसार शहर के चार अलग-अलग जोनों में शुक्रवार को एक साथ अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। अभियान का उद्देश्य सड़कों, सार्वजनिक स्थलों और फुटपाथों को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराना रहा। इस कार्यवाही में पुलिस प्रशासन एवं नगर निगम की टीमें सक्रिय रहीं।नगर निगम जोन-2 के अंतर्गत राजाजीपुरम स्थित रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल से लेकर ए ब्लॉक, जलालपुर फाटक अंडरपास तक अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया। पुलिस बल की उपस्थिति में टीम 296 के साथ जोनल अधिकारी सुश्री शिल्पा कुमारी के नेतृत्व में अभियान संपन्न हुआ। कार्रवाई के दौरान 1 लोहे की गुमटी, 1 टूटा ठेला, 1 थेलिया, 1 लोहे का काउंटर जब्त किया गया तथा 1500 रुपये का जुर्माना वसूला गया।
जोन-5 के क्षेत्र में आनंद विहार कॉलोनी, गिंदन खेड़ा, सरोजनी नगर, ईको गार्डन से तुलसी पार्क एवं आलमबाग से अवध चैराहे तक फैले अतिक्रमण को हटाया गया। यहां 2 गुमटी, 7 ठेले हटाए गए एवं 3 लोहे के काउंटर जब्त किए गए। साथ ही अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी दी गई कि दोबारा कब्जा करने पर सख्त कार्रवाई होगी। अभियान का नेतृत्व जोनल अधिकारी नंदकिशोर ने किया। उनके साथ कर अधीक्षक आलोक कुमार श्रीवास्तव, राजस्व निरीक्षक हर्षेंद्र प्रताप सिंह, पीयूष तिवारी, रेनू यादव एवं टीम 296 के सदस्य शामिल रहे।जोन-6 के अंतर्गत चरक चैराहा से नक्खास चैराहा और बुलाकी अड्डा चैराहा से लेकर बड़ा टिकैत राय तालाब तक अतिक्रमण हटाया गया। इस दौरान 15 ठेले, 30 बैनर, 15 अस्थायी दुकानें हटाई गईं। इसके अलावा 1 छोटा ड्रम, 11 टेंट मेज, 1 ठेला, 2 लोहे के काउंटर और 4 प्लास्टिक डस्टबिन भी जब्त किए गए। अतिक्रमण करने वालों को सचेत किया गया तथा भविष्य में अतिक्रमण न हो, इसके लिए संबंधित थानाध्यक्ष को पत्र भी भेजा गया। इस अभियान में जोनल अधिकारी मनोज यादव, कर अधीक्षक विजय शंकर और कर निरीक्षक धर्मदेव मौजूद रहे।जोन-8 के अंतर्गत इब्राहिमपुर प्रथम वार्ड के नीलमथा स्थित विजयनगर चैराहे से टेंपो स्टैंड तक अतिक्रमण हटाने का वृहद अभियान चलाया गया। जोनल अधिकारी अजीत कुमार राय के नेतृत्व में राजस्व निरीक्षक देवी शंकर दुबे एवं टीम 296 की उपस्थिति में कार्रवाई की गई। इस दौरान 5500 रुपये अतिक्रमण शुल्क के रूप में वसूल किए गए। सभी अतिक्रमणकारियों को भविष्य में दोबारा कब्जा न करने की सख्त चेतावनी दी गई।