प्रतापगढः एलायंस क्लब ने प्रधानमंत्री से इस भीषण गर्मी में बेजुबान पशु-पक्षियों के संरक्षण के निर्देश देने की अपील
April 04, 2025
प्रतापगढ़। गर्मी के दिनों में एलायंस क्लब इंटरनेशनल प्रतापगढ़ के अंतरराष्ट्रीय निदेशक समाजसेवी रोशनलाल उमरवैश्य ने पशु-पक्षियों के संरक्षण के लिए गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी अभियान शुरू किया है। वह चैराहे, खुलें स्थानों पर जल पात्र रख रहे हैं। जिससे पशु पक्षियों को गलातर करने के लिए भटकना ना पड़े। इसके अलावा वह मिट्टी के घड़े व मिट्टी के जल पात्र भी वितरित कर रहे हैं। गर्मी के दिनों में पशु पक्षियों के संरक्षण की मांग करते हुए उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि भीषण गर्मी से पशु पक्षियों को बचाने के लिए सरकारी भवनों व कार्यालय में पानी दाने की व्यवस्था करने का आदेश देने की कृपा करें। जिससे यह बेजुबान पशु-पक्षि भीषण गर्मी से काल कावलित होने से बचाया जा सके।
समाजसेवी रोशनलाल उमरवैश्य ने पत्र के माध्यम से यह भी अनुरोध किया है कि मनुष्य संसार का सर्वश्रेष्ठ प्राणी है मनुष्य का उत्तरदायित्व बनता है कि वह समस्त प्राणियों एवं वनस्पतियों की रक्षा करें। भारतीय धर्म कथा संस्कृत के मूल पशु तथा पक्षियों को कल्याणार्थ विविध प्रकार की सेवा कार्य प्राचीन काल से किए जाते रहे हैं। नदियों, तालाब, कुओं तथा पोखरों का निर्माण प्राणीहित की भावना से धर्मनिष्ठ व्यक्तियों द्वारा किया जाता रहा है। नदियों, तालाबों, कुओं तथा पोखरो में मनुष्य सहित अन्य जीव जंतु जल की आवश्यकता की पूर्ति करते थे। जीवों पर दया करो की भावना प्रबल रूप में रहती थी। लोग अपने घरों के आसपास घरों में पक्षियों को पीने के लिए पानी रखते थे गर्मी में जब पोखरों का पानी सूख जाता था तो उन्हें पुरहट या अन्य साधनों से भरवाया जाता था। इससे भीषण गर्मी में पशु पक्षी अपनी प्यास बुझाते थे तथा डुबकी लगाकर गर्मी से बचते थे।
इसके लिए आवश्यक है की तपती गर्मी से पशु पक्षियों को बचाने के लिए स्थान स्थान पर पानी की व्यवस्था की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे-छोटे गढ़ों में पानी संग्रह किया जा सकता है। घड़े तथा अन्य बर्तन में पानी रखा जा सकता है। ध्यान रहे की पानी शीतल और स्वच्छ रहे।
सभी प्राणी एक दूसरे पर निर्भर है एक का अस्तित्व दूसरे की अस्तित्व पर निर्भर है। एक का विनाश दूसरे के विनाश का कारण बनता है। मनुष्य तथा अन्य जीव जंतुओं का जीवन वनस्पतियों पर निर्भर है। अतः सभी का संरक्षण समान रूप से होना चाहिए। जल ही जीवन है अतः जल की उपलब्धता सुनिश्चित करके पक्षियों के जीवन की रक्षा की जानी चाहिए।
प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन से अनेक वन जीव एवं पक्षी विलुप्तप्राय होते जा रहे हैं। सुंदर सलोनी गौरैया का अस्तित्व खतरे में है। गिद्धों का अस्तित्व लगभग समाप्त है। अन्य प्राणियों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है महाविनाश की आशंका को दृष्टिगत रखते हुए सभी सरकारी भवनों तथा कार्यालय के आसपास तथा छतों पर पक्षियों हेतु जल व्यवस्था करने के निर्देश देने की कृपा करें। माननीय प्रधानमंत्री जी से क्लब याचना करता है कि अपने अस्तर से पूरे देश में निर्देश देने की कृपा करें जिससे पशु पक्षियों के संरक्षण से इस भीषण गर्मी में बेजुबान जानवरों, पक्षियों को जीवन दान मिल सके। एलायंस क्लब इंटरनेशनल के सभी पदाधिकारी पूरे देश में मिट्टी के बर्तन आदि के व्यवस्था करने की मुहिम चलाकर संरक्षण की अपील जनमानस से कर रहा है। माननीय प्रधानमंत्री जी आपके आशीर्वाद से इन बेजुबान पशु पक्षियों को जहां जीवन दान मिलेगा वहीं पर्यावरण को बचाने में भी सहयोग होगा।