पीलीभीतः पेट में स्पंज छूटने से हुई महिला की हुई मौत का मामला: 5 डॉक्टर समेत 5 अज्ञात पर मुकदमा हुआ दर्ज सिटी स्कैन में हुई पुष्टि के बावजूद भी छुपाई गई जानकारी
April 04, 2025
पीलीभीत। जनपद के थाना गजरौला क्षेत्र के मिश्राइन गोटिया गांव निवासी खीलावती उम्र (32 )की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है बताते चले की खीलावती का 7 से 23 जुलाई 2024 के बीच एक निजी अस्पताल में बच्चेदानी का हुआ ऑपरेशन में पेट में स्पंज छुटने और संक्रमण फैलने से हुई मौत के मामले में 5 डॉक्टर समेत पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है ।यह कार्रवाई जिलाधिकारी संजय सिंह द्वारा गठित जांच समिति रिपोर्ट के आधार पर की गई है बताते चले कि ऑपरेशन के बाद भी जहां महिला को सूजन और मवाद की लगातार शिकायत बनी रही उसने डॉक्टर को बार-बार दिखाने के बावजूद भी उसकी स्थिति में कोई भी सुधार नहीं हुआ था 13 नवंबर को उसके परिजनों द्वारा महिला को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय ले गए जहां 15 नवंबर को एक छोटा सा ऑपरेशन और 16 नवंबर को सिटी स्कैन किया गया स्कैन में महिला के पेट में स्पंज होने की पुष्टि हुई लेकिन डॉक्टरों ने यह जानकारी महिला के परिजनों से छुपाई और 26 नवंबर को महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया इसके बाद खीलावती को बरेली के दर्पिन अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां एक और पांच दिसंबर को 2 सर्जरी की गई जहां 5 सितंबर को इलाज के दौरान खीलावती की मौत हो गई। यह खबर तमाम समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बाद जिलाधिकारी संजय सिंह ने जांच समिति गठित की जिसमें पांच डॉक्टर दोषी पाए गए और इन डॉक्टरों पर केस दर्ज हुआ जिसमें डॉक्टर जगदंबा शरण (विभाग अध्यक्ष, जनरल सर्जरी, मेडिकल कॉलेज), डॉ मनीष मिश्रा ( असिस्टेंट प्रोफेसर), डॉक्टर सैफ अली (सीनियर रेजिडेंट), डॉ आशा गंगवार (पूर्व सीनियर रेजिडेंट, स्त्री रोग विभाग) तथा डॉ राम बेटी सेंगर के खिलाफ केस दर्ज हुआ है इतना ही नहीं इसके साथ ही पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है इस पूरे मामले में जहां महिला के परिजनों का कहना है कि अगर समय रहते सही जानकारी दी जाती और उचित इलाज होता तो खिलावती की जान बच सकती थी परिजनों ने दोषी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि एक बड़ी लापरवाही ने उनकी मां पत्नी और बेटी की जान छीन ली है। मामले में अब कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिला प्रशासन ने निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।