लखनऊ: 12वें वार्षिक न्यूजलेटर विमोचन के अवसर पर राम मनोहर लोहिया संस्थान द्वारा सीएमई का आयोजन
April 06, 2025
लखनऊ। वायरस संक्रमण विश्व में आम है। यह विश्व में उभरते हुए अन्य संक्रमण का कारण भी है। स्वास्थ्य प्रणाली में नैदानिक तस्वीर और डायग्नोस्टिक एल्गोरिथ्म के बारे में जागरूकता की आवश्यकता है, ताकि वायरस की पहचान की जा सके, जो न केवल समुदाय में अज्ञात बुखार का कारण बनता है, बल्कि बचपन और आईसीयू संक्रमण का प्रमुख कारण भी है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस और माइक्रोबायोलॉजी विभाग, डॉ. आरएमएलआईएमएस, लखनऊ द्वारा 12वें वार्षिक न्यूजलेटर विमोचन के अवसर पर 7 अप्रैल सोमवार के दिन “अपडेट्स इन क्लिनिकल एंड डायग्नोस्टिक वायरोलॉजी” विषय पर एक सीएमई का आयोजन किया जाएगा। सीएमई के मुख्य अतिथि डॉ. आरएमएलआईएमएस, लखनऊ के निदेशक प्रो. सी.एम.सिंह होंगे।
मुख्य वक्ता के रूप में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की प्रमुख और डीन एकेडमिक प्रोफेसर अमिता जैन होंगी। जो केजीएमयू के वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैबोरेटरीज (वीआरडीएल) की नोडल अधिकारी भी हैं। वह “एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम” पर अपने विचारों से श्रोताओं को अवगत कराएंगी और इंसेफेलाइटिस के मुख्य कारण के रूप में वायरस पर जोर देंगी। उनके व्याख्यान के बाद ‘वायरल एसोसिएटेड ट्रॉपिकल फीवरश्, “कॉमन वायरल इंफेक्शंस इन आईसीयू” और “वायरल इंफेक्शन” पर दिलचस्प बातचीत होगी।
प्रसिद्ध वक्ताओं द्वारा ‘बच्चों में वायरल संक्रमण’ क्रमशः डॉ. अतुल गर्ग, एडिशनल प्रोफेसर माइक्रोबायोलॉजी विभाग एसजीपीजीआई, डॉ. साई सरन एसोसिएट प्रोफेसर क्रिटिकल केयर विभाग एसजीपीजीआई और डॉ. के.के.यादव, एडिशनल प्रोफेसर बाल रोग विभाग डॉ. आरएमएलआईएमएस
इस दिन माइक्रोबायोलॉजी के पोस्टग्रेजुएट स्टूडेंट्स के बीच वार्षिक “अगार आर्ट” प्रतियोगिता के पुरस्कार विजेता और एमबीबीएस छात्रों के बीच पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को भी निर्णायकों द्वारा प्रशंसा चिह्न देकर सम्मानित किया जाएगा।
इस अपडेट का लक्ष्य वायरल इन्फेक्शन का क्लिनिकल प्रेजेंटेशन एवं डायग्नोस्टिक्स के आधार पर पहचान करना एवं प्रबंधन करना है। आयोजित सीएमई का लक्ष्य चिकित्सकों, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, कम्युनिटी मेडिसिन और रेजिडेंट्सध्मेडिकल छात्रों के लिए है।