पीलीभीत। सुरक्षित बचपन योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को परखने के लिए जिला प्रशासन की संयुक्त निगरानी समिति ने जिला कारागार पीलीभीत का विस्तृत निरीक्षण किया। निरीक्षण दल का नेतृत्व मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार श्रीवास ने किया।
निरीक्षण के दौरान ब्क्व् ने जेल में बंद महिला बंदियों की स्थिति, उनकी सुविधाओं, उपलब्ध संसाधनों और बच्चों की देखभाल संबंधी व्यवस्थाओं का बिंदुवार आकलन किया। इस दौरान एक महिला बंदी अपने डेढ़ वर्षीय बच्चे के साथ जेल में मौजूद मिली। बच्चे की स्थिति देखने के बाद ब्क्व् ने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया कि शिशु के स्वास्थ्य, पोषण व नियमित देखभाल की व्यवस्था और भी मजबूत की जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि महिला बंदियों की शिक्षा तथा उनके साथ रहने वाले 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए प्रारंभिक शिक्षा सुनिश्चित करने हेतु एक महिला शिक्षिका को जेल से संबद्ध किया जाए।
इसके साथ ही, बच्चों के स्वास्थ्य व पोषण को मजबूत करने के लिए जेल परिसर के निकटतम आंगनबाड़ी केंद्र में ऐसे बच्चों का अनिवार्य पंजीकरण कराने के भी निर्देश दिए गए।निरीक्षण के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बाल रोग विशेषज्ञ और बाल कल्याण समिति के सदस्य मौजूद रहे। समिति ने निरीक्षण के दौरान कई बिंदुओं की समीक्षा की और सुधार के सुझाव भी दर्ज किए।
