पीलीभीत। शनिवार को समाजवादी पार्टी महिला सभा ने महिला सम्मान से जुड़े एक गंभीर प्रकरण को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी पीलीभीत के माध्यम से सौंपा। ज्ञापन समाजवादी पार्टी महिला सभा की प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश परिहार के नेतृत्व में दिया गया।
ज्ञापन के माध्यम से महिला सभा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हाल ही में एक महिला चिकित्सक का नकाब हटाए जाने की घटना को अत्यंत आपत्तिजनक बताते हुए इसे महिला गरिमा और सम्मान के विरुद्ध करार दिया। प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश परिहार ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में उच्च संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से इस तरह के आचरण की उम्मीद नहीं की जा सकती। यह घटना महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाती है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य करने वाले मुख्यमंत्री का पद पर बने रहना नैतिक दृष्टि से उचित नहीं है। समाजवादी महिला सभा महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष कर रही है और इस तरह के मामलों में चुप नहीं बैठेगी। ज्ञापन में भाजपा सरकार के मंत्री संजय निषाद एवं गिरिराज सिंह द्वारा इस प्रकरण को लेकर दिए गए अमर्यादित बयानों की भी कड़ी निंदा की गई। महिला सभा ने दोनों मंत्रियों से नैतिक आधार पर तत्काल इस्तीफा देने की मांग करते हुए कहा कि ऐसे बयान संवैधानिक मर्यादाओं के खिलाफ हैं और समाज में गलत संदेश देते हैं। महिला सभा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार और उसके सहयोगी दल लगातार महिलाओं के सम्मान और संवैधानिक मूल्यों की अनदेखी कर रहे हैं। सत्ता के मद में चूर होकर दिया गया ऐसा आचरण लोकतंत्र और भारतीय संस्कृति दोनों के विपरीत है। ज्ञापन में मांग की गई कि महिला विरोधी मानसिकता रखने वाले मुख्यमंत्री और मंत्रीगण के विरुद्ध सख्त संवैधानिक कार्रवाई की जाए।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह ‘जग्गा’, वरिष्ठ नेता मोहम्मद आरिफ, आरती महेंद्र सहित पार्टी के अनेक पदाधिकारी, नेता एवं महिला कार्यकारिणी की सदस्याएं उपस्थित रहीं। सभी ने एक स्वर में महिला सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प दोहराया।
“इतने बड़े संवैधानिक पद पर रहते हुए ऐसी अमर्यादित कृत्य को राष्ट्रपति को गंभीरता से लेना चाहिए। महिला चिकित्सक से जुड़ी घटना और उसके बाद दिए गए बयान अत्यंत निंदनीय हैं। राष्ट्रपति महोदय को तत्काल ऐसे लोगों को पद से बर्खास्त कर कठोरतम कार्रवाई करनी चाहिए। महिला किसी भी धर्म या मजहब की हो, उसका सम्मान हमारी भारतीय संस्कृति की पहचान है।”
मोहम्मद आरिफ, वरिष्ठ समाजवादी नेता 127 विधानसभा पीलीभीत।
