बाराबंकी । जिला कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन की अध्यक्षता में तथा पूर्व सांसद पी. एल. पुनिया की अगुवाई में जिला कांग्रेस कमेटी ने राष्ट्रपति को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी को सौंपा।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि वर्तमान भाजपा सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा और श्रम की गरिमा को कमजोर करने के उद्देश्य से मनरेगा जैसे महत्वपूर्ण कानून को समाप्त करने की दिशा में काम कर रही है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मनरेगा देश के गरीब और श्रमिक वर्ग की जीवनरेखा है, जिसे सुनियोजित साजिश के तहत धीरे-धीरे कमजोर किया जा रहा है।
कांग्रेस कमेटी ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार मनरेगा मजदूरी के वित्तपोषण की अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटते हुए आर्थिक बोझ राज्यों पर डाल रही है, जिससे इस मांग आधारित योजना की बुनियादी संरचना प्रभावित हो रही है। सरकार जनकेंद्रित कल्याणकारी अधिकारों को समाप्त कर गरीबों को दया-दान आधारित व्यवस्था पर निर्भर बनाना चाहती है, जो श्रमिकों के संवैधानिक अधिकारों का सीधा उल्लंघन है।
कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने मनरेगा और संविधान पर हो रहे हमले नहीं रोके तो पार्टी इस लड़ाई को सड़क से लेकर सदन तक मजबूती से लड़ेगी।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव शिव शंकर शुक्ला, प्रवक्ता केसी श्रीवास्तव, नगर अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा, इरफान कुरैशी, रामहरख रावत, प्रशांत सिंह, अजीत वर्मा, एडवोकेट वीरेन्द्र यादव, एडवोकेट मो. इजहार, एडवोकेट रमन द्विवेदी, एडवोकेट साइस्ता अख्तर, शबनम वारसी, संजीव मिश्रा, रमेश कश्यप, जयंत गौतम, आरिफ करपिया, अखिलेश वर्मा, माता प्रसाद, गोपी कनौजिया, अनुराग यादव, विजयपाल गौतम, राजाराम गौतम, आरडी राव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे।
