प्रतापगढ़। जिले में मुख्य विकास अधिकारी डा0 दिव्या मिश्रा की अध्यक्षता में गुरुवार को विकास भवन सभागार में जनपद स्तरीय गौशाला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समीक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सीडीओ ने द्वारा एस0एफ0सी0 पूलिंग की धनराशि 17 विकासखण्डों में स्थापित गौशालाओं को मैपिंग के अनुसार गौशाला को प्रदान कर दी गयी कि नहीं की समीक्षा की गयी तो पाया गया कि अभी तक सम्पूर्ण धनराशि को गौशालाओं को नहीं प्रदान किया गया है के सम्बन्ध में शेष धनराशि गौशाला को शीघ्र उपलब्ध करानें का निर्देश दिया गया। प्रत्येक गौशाला के केयर टेकर की पुलिस वेरीफीकेशन के साथ पूर्ण सूचना रखनें तथा अच्छे केयर टेकरों को गौशाला के कार्य हेतु रखनें तथा केयर टेकरों का मानदेय समय-समय पर दिये जाने तथा रात्रिकालीन केयर टेकर को दिन में कार्य करनें वाले केयर टेकरों से अधिक धनराशि मानदेय स्वरुप दिये जाने की जरुरत महसूस की गयी जिसका निर्धारण शीघ्र ही कर दिया जायेगा। गौशाला कन्ट्रोल रुम के सी0सी0टी0वी0 के कैमरे में दिखायी पड़ी कमियों के सन्दर्भ में उपायुक्त श्रम रोजगारध्नोडल अधिकारी गौशाला सन्तोष कुमार सिंह द्वारा अनुपालन की समीक्षा प्रस्तुत की गयी, गौशाला के गोवंश के हरे चारे की व्यवस्था हेतु प्रत्येक गौशाला के नजदीक सार्वजनिक भूमि का उपयोग कर तथा भूमि को परीक्षण कर उत्पादनयुक्त बनाये जाने तथा सार्वजनिक भूमि जहां पर उपलब्धता नहीं है उसका चिन्हांकन कर किसी प्रकार के अतिक्रमण की स्थिति में उसे अतिक्रमण मुक्त कराकर भूमि शोधन कराकर प्रत्येक गौशालाओं में हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। एक गौशाला से दूसरे गौशाला में गोवंश के ट्रासंर्पोटेशन में जारी किये गये निर्देशों का पूर्णतः अनुपालन करनें का निर्देश दिया गया। ठण्ड में गोवंश को ठण्ड से बचाव हेतु प्रत्येक गौशाला में वन निगम के पास जो सूखी लकड़ी अनुपयोगी हो गयी हो गौशालाओं की लिस्ट सम्बन्धित विभाग को उपलब्ध कराकर गौशालाओं पर सूखी लकड़ियों को उपलब्ध करानें की कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया तथा प्रत्येक गौशाला के गोवंश की संख्या को दुरुस्त रखा जाय किसी प्रकार की भिन्नता अभिलेखों के अनुसार मौके पर नहीं पाये जाने पर कठोर कार्यवाही से अवगत कराया गया। गोवंश संख्या के अनुसार केयर टेकरों की नियुक्ति की जाय। समस्त गौशालाओं पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगे हुये है जिससे गौशालाओं पर नजर रखी जा रही है सम्बन्धित गौशाला के पशुचिकित्साधिकारी बीमार गोवशों की चिकित्सा तथा बीमार गोवश सिकवार्ड में हों जहां सिकवार्ड न बने हो उसकी सूचना से अवगत करायें तथा नियमित उपचार करें गोवंशों की मृत्यु की दशा में ससमय सूचना से अवगत करायें।
अन्त प्रत्येक गौशाला में रात्रिकालीन प्रकाश की व्यवस्था, भूसे, चारे की उपलब्धता, भूमि की उपलब्धता तथा सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण को अविलम्ब अतिक्रमणमुक्त कराते हुये गौशालाओं को हरे चारे की बुवाई हेतु प्रयुक्त किया जाय भूमि अनुपयोगी होने की दशा में भूमि का कृषि विभाग से परीक्षण कराकर उसे उपयोगी बनाने की कार्यवाही तथा समय से केयर टेकरों के मानदेय के भुगतान और एस0एफ0सी0 पूलिंग की धनराशि को शीघ्र गौशालाओं को उपलब्ध करानें की कार्यवाही का निर्देश दिया गया। उन्होने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि गोशालाओं में गोवंशों की देखरेख में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये, अन्यथा की स्थिति में सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। बैठक में परियोजना निदेशक डीआरडीए दयाराम यादव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 प्रदीप कुमार, समस्त उप जिलाधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी (सा0वा0वन एवं वन्य जीव प्रभाग), अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, उपायुक्त स्वतः रोजगार, प्रतिनिधि जिला उद्यान अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिकाध् नगर पंचायत, समस्त उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारीध्पशुचिकित्साधिकारी उपस्थित थे।
