रामनगर/बाराबंकी । कुंवर सरनाम सिंह की स्मृति में धामेड़ी राजघराने के महल परिसर में विराट कुश्ती दंगल के दूसरे दिन रविवार को रोमांच अपने चरम पर था। देशदृप्रदेश ही नहीं, बल्कि विदेशों से आए ख्यातिलब्ध पहलवानों ने अखाड़े में दांव पेच का प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। दंगल देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय और सुदूर से आये कुश्ती प्रेमियों में खासा उत्साह देखने को मिला। आलम यह रहा कि पहलवानों के जोश और दर्शकों की भीड़ के चलते कुश्ती मैदान के पास लगी बैरीकेडिंग भीड़ के दबाव में टूट गई। हालांकि मौके पर तैनात पुलिस सुरक्षा कर्मी दर्शकों को नियंत्रित करने में आखिरी तक जुटे रहे। कुश्ती के दूसरे दिन गोरखपुर के पहलवान रेफरी की भूमिका में नजर आए, जबकि दंगल का संचालन जोशीले अंदाज में कालू पहलवान ने किया। समाजसेवी एवं भाजपा नेता गौरीकांत दीक्षित की मौजूदगी से आयोजन की गरिमा और भी बढ़ गई। हिमाचल प्रदेश के बादल पहलवान, पंजाब के विक्की पहलवान, हरियाणा के शमशेर पहलवान, कर्नाटक के जल्लाद पहलवान तथा नेपाल के लकी थापा ने शानदार कुश्तियां लड़कर अखाड़े को तालियों और जयकारों से गूंजा दिया।
दंगल का सबसे बड़ा आकर्षण 11 हजार रुपये की इनामी अंतिम फाइनल कुश्ती रही। मुख्य अतिथि राजा राजेंद्र सिंह रैकवार ने स्वयं अखाड़े में उतरकर इस मुकाबले की शुरुआत कराई। फाइनल मुकाबला अयोध्या हनुमानगढ़ी के प्रसिद्ध पहलवान बाबा लाडी और पंजाब के दमदार पहलवान जग्गा के बीच हुआ। कड़े संघर्ष के बाद बाबा लाडी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल कुश्ती जीत ली। इसके उपरांत राजा राजेंद्र सिंह रैकवार ने विजेता बाबा लाडी को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया।दंगल के समापन अवसर पर भाजपा नेता गौरीकांत दीक्षित ने दंगल में भाग लेने वाले सभी पहलवानों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। आयोजक अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि दंगल का समापन पूरी तरह शांतिपूर्ण और अनुशासित ढंग से हुआ। इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था में तैनात कांस्टेबल सुनील कुमार चैहान, कांस्टेबल सूरज यादव, आरक्षी सुजीत कुमार, आरक्षी अनूप कुमार सहित एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को भी अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। आयोजकों का दावा है कि यह विराट दंगल ऐतिहासिक, सफल और यादगार रहा, जिसे रामनगर क्षेत्र के लोग लंबे समय तक याद रखेंगे।
