पीलीभीत। बांग्लादेश में दीपू दास की कथित रूप से जिंदा जलाकर की गई निर्मम हत्या तथा वहां हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में सोमवार को मझोला में आक्रोशित हिंदू समाज द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार के जिला प्रतिनिधि कपिल अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजित किया गया।प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस का पुतला दहन कर उसे जूतों से पीटा गया। इसके पश्चात इस्लामिक हिंसा का शिकार हुए हिंदुओं की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया और फिर बांग्लादेश सरकार व कथित जिहादी तत्वों के खिलाफ नारेबाजी की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला प्रतिनिधि कपिल अग्रवाल ने कहा कि जिस देश को भारत के लगभग 3900 सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति देकर स्वतंत्रता दिलाई, वही देश आज कट्टरपंथ की राह पर चलते हुए वहां शांतिपूर्वक जीवन यापन कर रहे हिंदू समाज पर अत्याचार कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या, उनकी संपत्तियों को जलाया जाना और उन्हें पलायन के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का हिंदू समाज बांग्लादेशी हिंदुओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।कार्यक्रम का संचालन कर रहे अजय निराला ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए ठोस समाधान की आवश्यकता है। वहीं गोपाल मंडल ने भारत सरकार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।सूर्य प्रकाश वर्मा ने कहा कि वर्ष 1947 में बांग्लादेश में हिंदुओं की जनसंख्या लगभग 40 प्रतिशत थी, जो अब घटकर लगभग 6 प्रतिशत रह गई है, जो वहां हिंदू समाज की स्थिति को दर्शाती है। उन्होंने हिंदू समाज से संगठित होने का आह्वान किया। प्रदर्शन के उपरांत सभी प्रदर्शनकारियों ने मझोला चैकी प्रभारी सुधीर कुमार को प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपकर भारत सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग की।
इस अवसर पर रविन्द्र सिंह, गोपाल विश्वास, सुखदीप सिंह, ललित पटेल, नितेश अग्रवाल, हेमंत गैरोला सहित बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग उपस्थित रहे।
