नकली दवाओं और फर्जी कॉस्मेटिक्स के बड़े रैकेट का भंडाफोड़
December 22, 2025
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने एक बार फिर नकली दवाओं और फर्जी कॉस्मेटिक उत्पादों के संगठित रैकेट पर बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से रैपर और पैकेजिंग सामग्री छापने वाली एक सक्रिय प्रिंटिंग यूनिट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई से नकली फार्मास्यूटिकल और कॉस्मेटिक सप्लाई चेन को बड़ा झटका लगा है।
इस संबंध में क्राइम ब्रांच, दिल्ली में एफआईआर संख्या 360/25 दर्ज की गई है, जो भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4)/336/340/61(2) तथा ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 की धारा 18A(1)/18(c)/27B(ii)/27(c) के तहत है।
पुलिस के अनुसार, इस मामले में पहले ही तीन आरोपियों — राम, गौरव भगत और प्रमोद कुमार गुप्ता — को नकली दवाओं के निर्माण और बिक्री के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। आगे की जांच में यह खुलासा हुआ कि इन नकली दवाओं और फर्जी कॉस्मेटिक उत्पादों की पैकेजिंग के लिए एक प्रिंटिंग यूनिट से सामग्री सप्लाई की जा रही थी। जांच के दौरान दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जो नकली दवाओं “क्लॉप-जी” और “स्किन शाइन” के रैपर और बॉक्स छापकर सप्लाई कर रहे थे।
क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली के रामा रोड स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस पर छापा मारा, जहां से स्किन शाइन ऑइंटमेंट के रैपर छापने में इस्तेमाल होने वाले दो डाई फ्रेम बरामद किए गए। इस छापेमारी के साथ ही नकली दवाओं के लिए पैकेजिंग सामग्री सप्लाई करने वाली सक्रिय प्रिंटिंग यूनिट का पर्दाफाश हुआ।
आरोपी अनिल सिंह रावत (46 वर्ष), निवासी बुराड़ी, दिल्ली रामा रोड स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस चला रहा था, जहां से नकली/अवैध दवाओं के निर्माण और बिक्री के लिए रैपर बॉक्स सह-आरोपी श्री राम को सप्लाई किए जाते थे। आरोपी के पास से स्किन शाइन रैपर बॉक्स छापने में शामिल दो डाई फ्रेम बरामद किए गए।
राहुल अग्रवाल (31 वर्ष), निवासी नांगली मोड़, दिल्ली, आरोपी सह-आरोपी श्री राम के निर्देश पर खाटू श्याम प्रिंटर्स, रामा रोड से नकली दवाओं के लिए रैपर बॉक्स के ऑर्डर देता था।
पुलिस के अनुसार, पूरे नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए आगे और पीछे की कड़ियों की जांच की जा रही है। इसमें कच्चे माल के सोर्स और वितरण नेटवर्क की पहचान कर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
