मसौली/बाराबंकी। थाना क्षेत्र के कस्बा मसौली में राष्ट्रीय पक्षी मोर का संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। कस्बे के मोहल्ला भूलीगंज निवासी डॉ. रोहित के सागौन के बाग में सोमवार की सुबह मोर का शव पड़ा देखकर ग्रामीणों में रोष फैल गया।ग्रामीणों ने बताया कि वे रोज की तरह सुबह बाग की तरफ गए थे, तभी सागौन के पेड़ों के बीच राष्ट्रीय पक्षी मोर का शव दिखाई दिया। मौत किन परिस्थितियों में हुई, इसे लेकर स्थानीय लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं। सूचना पर हिंदू सुरक्षा सेवा संघ के जिला प्रभारी मोहित हिंदू उर्फ छोटा योगी मौके पर पहुंचे और वन विभाग को सूचना दी।ग्रामीणों का आरोप है कि सूचना देने के बावजूद वन विभाग की टीम को मौके पर पहुंचने में घंटों लग गए, जिससे लोगों में नाराजगी और बढ़ गई। देर से पहुंची वन विभाग की टीम ने मोर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मौके पर पहुंचे वन गार्ड द्वारा राष्ट्रीय पक्षी के शव को बोरी में भरकर ले जाने की कोशिश पर भी लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई। ग्रामीणों ने इसे राष्ट्रीय पक्षी के प्रति असम्मानजनक व्यवहार बताते हुए वन विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाए। वन गार्ड ने बताया कि विभाग के पास फिलहाल मानक किट उपलब्ध नहीं है, इसलिए मजबूरन बोरी का इस्तेमाल करना पड़ा।
ग्रामीणों ने मांग की है कि मोर की मौत के कारणों की गंभीरता से जांच कराई जाए और वन विभाग की लापरवाही की भी उच्च स्तर पर समीक्षा हो, ताकि भविष्य में ऐसे मामलों में संवेदनशीलता और तत्परता बरती जा सके।
