बरेली। सहकार भारती की केंद्रीय प्रवास एवं कार्य समिति की बैठक रविवार को केशव कृपा संघ कार्यालय, बरेली में आयोजित की गई। बैठक में पुणे, महाराष्ट्र से पधारे केंद्रीय नेतृत्व एवं राष्ट्रीय प्रमुख, सहकारी बैंक प्रकोष्ठ, सहकार भारती, आदरणीय अभय माते जी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन प्रदान किया। इस अवसर पर सहकारिता से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों एवं जमीनी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष चैधरी छत्रपाल सिंह ने कहा कि वर्तमान में सहकारी संस्थाओं की स्थिति चिंताजनक है। साधन सहकारी समितियां बंद होने के कगार पर हैं, खाद की भारी किल्लत बनी हुई है, कई समितियों में सचिव नहीं हैं और भ्रष्ट तत्वों का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। इसके चलते किसान साधन सहकारी समितियों से मुंह मोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सहकार भारती इन समस्याओं को प्रमुखता से उठाते हुए सहकारी आंदोलन को पुनः सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
वक्ताओं ने स्वरोजगार को बढ़ावा देने, महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने तथा सहकारी समितियों को पुनर्जीवित करने पर विशेष जोर दिया।
बैठक के दौरान उपयुक्त गन्ना अधिकारी, बरेली मंडल द्वारा जिला सहकारी बैंक के संबंध में एक समाचार पत्र के माध्यम से की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा एवं विरोध किया गया। वक्ताओं ने इसे सहकारी संस्थाओं की छवि को धूमिल करने वाला बताते हुए शासन से इस प्रकरण में उचित एवं आवश्यक कार्यवाही की मांग की।
बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र स्वरूप वर्मा, प्रदेश प्रमुख, मत्स्य प्रकोष्ठ अभिनव कश्यप, दिग्विजय सिंह, बृजेश तिवारी, बबिता सक्सेना सहित अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
