लखनऊ । सहारा एस्टेट, जानकीपुरम स्थित लखनऊ पब्लिक स्कूल में आज आयोजित आयुर्वेद एवं अष्टांग योग जागरूकता कार्यक्रम में विद्यार्थियों को अष्टांग योग और आयुर्वेद की जीवनोपयोगी शिक्षा से अवगत कराया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. एस.पी. सिंह, आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर (डव्) एवं अष्टांग योग विशेषज्ञ, ने कक्षा 8 से 12 तक के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए भारतीय परंपरा पर आधारित शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के सिद्धांतों पर विस्तार से चर्चा की।
डॉ. एस.पी. सिंह के वक्तव्य का केन्द्र अष्टांग योग रहा। उन्होंने यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधिकृइन आठ अंगों को सरल भाषा में समझाते हुए बताया कि विशेषकर प्रारंभिक चतुष्टांग योग - यम, नियम, आसन और प्राणायामकृका नियमित अभ्यास शरीर को सुदृढ़ करता है तथा मन को शांत, संतुलित और केंद्रित बनाता है। उन्होंने कहा कि विद्यालयी आयु में योग आत्म-अनुशासन, एकाग्रता और सकारात्मक सोच विकसित करने का सर्वोत्तम साधन है।
अपने संवाद में उन्होंने आयुर्वेद के गूढ़ सिद्धांतों पर भी प्रकाश डाला। विशेष रूप से “प्रज्ञापराधो हि सर्वरोगाणां मूलकारणम्” श्लोक का उल्लेख करते हुए बताया कि अधिकांश रोग तब उत्पन्न होते हैं जब मनुष्य अपनी बुद्धि के विपरीत आचरण करता हैकृजैसे गलत खान-पान, अनियमित नींद, अत्यधिक स्क्रीन टाइम और असंतुलित दिनचर्या। उन्होंने समझाया कि बच्चों में बढ़ता तनाव, चिड़चिड़ापन, कमजोर एकाग्रता और अनिद्रा इसी असंतुलित जीवनशैली का परिणाम है।
डॉ. सिंह ने विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दोंकृपरीक्षा तनाव, मोबाइल की लत, शारीरिक गतिविधि की कमी, अनियमित भोजन, नींद संबंधी समस्याएँकृपर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि नियमित योगाभ्यास केवल शारीरिक लाभ नहीं देता, बल्कि स्मरण शक्ति, आत्मविश्वास और भावनात्मक संतुलन को भी बढ़ाता है।
कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में भारतीय ज्ञान परंपराओंकृअष्टांग योग और आयुर्वेदकृके प्रति जागरूकता बढ़ाना था, ताकि वे स्वस्थ आदतें अपनाकर एक संतुलित और श्रेष्ठ जीवन की ओर अग्रसर हो सकें। विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक कार्यक्रम में भाग लिया और अपने प्रश्न भी पूछे।
अंत में डॉ. एस.पी. सिंह ने सभी विद्यार्थियों को प्रतिदिन कम से कम 20दृ30 मिनट योग करने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया, जिससे वे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिककृतीनों स्तरों पर स्वस्थ और सक्षम बन सके डॉ सिंह ने बच्चों को गलत खानपान जंक फूड मैदे से बनी चीजे व मोबाइल के अत्यधिक उपयोग सोशल मीडिया इंस्टाग्राम से दूरी बनाने की भी सलाह दी इस कार्यक्रम में लखनऊ पब्लिक कॉलेज की तरफ से विजय मिश्रा सर स्कूल की प्राचार्य मीना जी वह उनके समस्त स्टाफ व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे इसमें लगभग 1200 छात्रों ने भाग लिया।
