लखनऊ। पब्लिक कॉलेज, बी-ब्लॉक, राजाजीपुरम में 24 नवंबर 2025 को अष्टांग योगदृआयुर्वेद आधारित विशेष जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. एस.पी. सिंह, आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर, आयुष विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार रहे।
डॉ. सिंह ने श्लोक का उल्लेख करते हुए कहा कि जीवन की संपूर्ण उन्नतिकृशारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिककृअष्टांग योग, आयुर्वेद और सद्गुण आधारित जीवनशैली पर निर्भर करती है। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को निम्न बिंदुओं पर विशेष जानकारी दी.आहार (क्पमज)सात्त्विक, ताजा और मौसम के अनुसार भोजन स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम है।अत्यधिक तला-भुना, जंक-फूड और अनियमित भोजन शरीर में रोग उत्पन्न करते हैं,शांत मन से, समय पर और उचित मात्रा में भोजन करने से पाचन शक्ति बढ़ती है।विहार (स्पमिेजलसम)समय पर सोना-जागना, नियमित दिनचर्या और ऋतु के अनुसार जीवनचर्या अपनाना स्वास्थ्य का आधार है।अनियमित दिनचर्या, देर रात तक जागना और मोबाइल का अत्यधिक उपयोग शरीर-मन दोनों को क्षीण करते हैं।यम-नियम (डवतंस - च्मतेवदंस क्पेबपचसपदम)डॉ. सिंह ने पतंजलि अष्टांग योग के पहले दो अंगयमरू अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रहनियमरू शौच, संतोष, तप, स्वाध्याय, ईश्वर प्राणिधानका पालन मानसिक शांति व चरित्र निर्माण के लिए अनिवार्य बताया।
ताड़ासन, वज्रासन, ताड़ासन तिर्यक ,ताड़ासन कट चक्रासन शीर्षासन, भुजंगासन और पवनमुक्तासन जैसे सरल आसन शरीर को लचीला और सक्रिय बनाते हैं।
नियमित अभ्यास से मोटापा, पीठ दर्द, तनाव और पाचन संबंधित समस्याएँ दूर होती हैं। अनुलोमदृविलोम, भ्रामरी, , नाड़ीशोधन जैसे प्राणायाम शरीर में प्राण ऊर्जा का संतुलन करते हैं।नाड़ी शोधन प्राणायाम में कुंभक से मन में स्थिरता आती हैइससे तनाव, अनिद्रा, चिंता व उच्च रक्तचाप में लाभ मिलता है.डॉ. एस.पी. सिंह ने युवाओं को संदेश दियाआज की आधुनिक जीवनशैली की चुनौतियों से बचने का श्रेष्ठ मार्गकृअष्टांग योग और आयुर्वेद आधारित दिनचर्या अपनाना है।अष्टांग योग और आयुर्वेद केवल उपचार नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, अनुशासन और जागरूकता का पूर्ण विज्ञान है।
कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकगण, विद्यार्थी और कई सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे। अंत में डॉक्टर एसपी सिंह ने लखनऊ पब्लिक कॉलेज के जनरल मैनेजर हर्षित सर का बहुत-बहुत आभार जताया व वह तहे दिल से शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने इस तरह का प्रोग्राम अपनी लखनऊ पब्लिक कॉलेज की सभी शाखाओ में कराया व डॉ एस,पी सिंह ने उनके सभी प्रधानाचार्य शिक्षक शिक्षकों व छात्राओं का भी तहे दिल से शुक्रिया अदा किया उनके सारे सहयोगी लोगों का भी उन्होंने आभार व्यक्त किया.
