तिलोई: श्रीमद्भागवत कथा! आचार्य योगेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सुनाया रुक्मिणी विवाह प्रसंग
November 03, 2025
तिलोई/अमेठी। तहसील तिलोई क्षेत्र अंतर्गत राजाफत्तेपुर स्थित डॉ प्रताप नारायण मिश्र स्मारक इंटर कॉलेज में सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।कथा के छठवें दिन आचार्य योगेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने रुक्मिणी विवाह, भगवान की माखन चोरी और पूतना वध सहित कई प्रसंगों का वर्णन किया। आचार्य शास्त्री ने भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह का प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने सभी राजाओं को पराजित कर विदर्भ की राजकुमारी रुक्मिणी का द्वारका में विधिपूर्वक पाणिग्रहण किया। इस दौरान श्रीकृष्ण व रुक्मिणी विवाह की झांकी भी प्रस्तुत की गई, जिसे श्रद्धालुओं ने सराहा।कथा व्यास ने गोवर्धन लीला का भी वर्णन किया। उन्होंने बताया कि जब भगवान कृष्ण ने इंद्र की पूजा छोड़कर गोवर्धन की पूजा करवाई, तो इंद्र क्रोधित हो गए और सात दिनों तक लगातार वर्षा की। भगवान श्रीकृष्ण ने सभी ग्वाल-बालों के साथ मिलकर गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठा लिया और इंद्र का मान भंग किया। अंत में इंद्र ने लज्जित होकर भगवान की स्तुति की।इसके अतिरिक्त, आचार्य ने कंस द्वारा भेजी गई राक्षसी पूतना के वध की कथा सुनाई, जिससे पूतना को मोक्ष प्राप्त हुआ। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण द्वारा माखन चोरी करने की लीला का भी वर्णन किया।आचार्य योगेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने प्रवचन में कहा कि भगवान भाव के भूखे होते हैं और वे अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। उन्होंने बताया कि जब-जब धरती पर अधर्म और अत्याचार बढ़ा है, तब-तब भगवान ने अवतार लेकर भक्तों की रक्षा की है और अहंकारी व्यक्तियों के अहंकार का मर्दन किया है।इस अवसर पर यजमान आनंद कुमार मिश्र, प्रोफेसर जितेंद्र मिश्र, उपेंद्र मिश्र, महेशचंद्र तिवारी, धर्मेश मिश्र, राजेश त्रिवेदी, अरुण पाठक, रत्नेश मिश्रा, हरिशंकर शुक्ला, सुजीत पाण्डेय, मदन गोपाल मिश्रा, दीनानाथ त्रिवेदी, अनिल मिश्र, राजकुमार श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
