बाराबंकी। कभी-कभी कुछ सेकंड की लापरवाही या तेज रफ्तार जिंदगी और मौत के बीच की दूरी को बेहद छोटा कर देती है। शुक्रवार को पल्हरी ओवरब्रिज पर ऐसा ही दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसे देख लोगों की सांसें थम गईं। तेज रफ्तार कार अचानक अनियंत्रित होकर ओवरब्रिज से नीचे जा गिरी और नीचे खड़े डंपर से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह पिचक गया और मौके पर अफरा-तफरी मच गई।यह कार लखपेड़ाबाग निवासी नीरज गुप्ता चला रहे थे। परिजनों के अनुसार, नीरज लखनऊ से पल्हरी स्थित अपनी दुकान की ओर जा रहे थे। बताया गया कि कार की रफ्तार अधिक होने के कारण अचानक नियंत्रण बिगड़ गया और देखते ही देखते कार ओवरब्रिज से नीचे जा गिरी।सड़क पर खड़े लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही कार डंपर से टकरा चुकी थी। तेज धमाके की आवाज के साथ लोग दौड़ पड़े। मलबे जैसी दिख रही कार के अंदर फंसे नीरज की सांसें चल रही थीं और यह संभव हो पाया कार के एयरबैग के समय पर खुल जाने और उनके सीट बेल्ट लगाए होने की वजह से। अगर ये दोनों सुरक्षा कवच न होते, तो शायद हादसे का नजारा और भी भयावह होता।
हादसे में नीरज के घुटने में फ्रैक्चर हो गया, जबकि सिर और सीने पर चोटें आईं। मौके पर तैनात ट्रैफिक सिपाहियों ने मानवीय संवेदनशीलता दिखाते हुए बिना कोई देर किए नीरज को सरकारी वाहन से अस्पताल पहुंचवाया। उनकी इस तत्परता और संवेदनशीलता की स्थानीय लोगों ने जमकर सराहना की। भीड़ में कई लोग कहते सुने गए कि “समय पर मदद मिल गई, वरना न जाने क्या हो जाता३कुछ ही देर बाद नीरज के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए। प्राथमिक उपचार के बाद परिजनों ने उन्हें बेहतर देखभाल के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे के बाद पल्हरी ओवरब्रिज के आसपास लंबे समय तक जाम जैसी स्थिति बनी रही और लोग दहशत में हादसे की चर्चा करते रहे।
यह हादसा एक बार फिर याद दिलाता है कि तेज रफ्तार, थोड़ी-सी असावधानी और ओवरब्रिज जैसी संवेदनशील जगहों पर वाहन संचालन में जरा-सी चूक कितनी खतरनाक हो सकती है। साथ ही यह भी साबित हुआ कि सीट बेल्ट और एयरबैग जैसी सुरक्षा व्यवस्थाएं महज औपचारिकता नहीं, बल्कि जीवन रक्षक कवच हैं, जो किसी भी बड़े हादसे में इंसान को मौत के मुंह से वापस खींच ला सकती हैं।
