बाराबंकीः भावनात्मक माहौल में संपन्न हुई श्रीमद्भागवत कथा
November 03, 2025
रामसनेहीघाट/ बाराबंकी। ग्राम पंचायत काशीपुर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का रविवार को विधिवत समापन हुआ। अयोध्या धाम से पधारे व्यास सत्यम महाराज ने कथा के अंतिम दिन भगवान श्रीकृष्ण के पुत्रों की लीला, द्वारका नगरी के जलमग्न होने की घटना और प्रभु श्रीकृष्ण के विग्रह लीला का अत्यंत भावपूर्ण वर्णन किया।महाराज ने बताया कि जब द्वारका में अधर्म और कलह बढ़ने लगे, तब प्रभु ने अपनी लीला का समापन करने का निश्चय किया। समुद्र ने धीरे-धीरे द्वारका नगरी को अपने में समा लिया। इसी दौरान श्रीकृष्ण वन में ध्यानमग्न बैठे थे, तभी एक शिकारी ने उनके पैर के अंगूठे को हिरण का मुख समझकर तीर चला दिया, जिससे प्रभु ने अपने अवतार का समापन किया।इस प्रसंग को सुनते ही श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। वातावरण भक्ति और आंसुओं से भीग गया, और पूरा पंडाल “हरे कृष्ण हरे राम” के जयघोष से गूंज उठा। कथा के उपरांत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन संपन्न हुआ, जिसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर दिव्य आनंद की अनुभूति की। श्रद्धा और भक्ति से ओत-प्रोत इस आयोजन ने ग्राम काशीपुर को आध्यात्मिक ऊर्जा से आलोकित कर दिया।
