पीलीभीत। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत मंगलवार को जनपद के प्रसिद्ध ब्रह्मचारी घाट पर मत्स्य विभाग पीलीभीत द्वारा रिवर रैंचिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महामंडलेश्वर एवं बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद महाराज ने सहभागिता की। इस अवसर पर उन्होंने स्वयं अपने करकमलों से लगभग दो लाख रोहू मछलियों के बीज देवहा नदी में प्रवाहित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्वामी प्रवक्तानंद महाराज ने कहा कि “प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना मछुआ समुदाय के आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम है। इसके जरिये न केवल मत्स्यपालकों की आजीविका में वृद्धि होगी, बल्कि जलस्रोतों का संरक्षण और पारिस्थितिक संतुलन भी बना रहेगा।” उन्होंने कहा कि नदियों का अस्तित्व हमारी सभ्यता और संस्कृति से जुड़ा है, इसलिए हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह जल और जीव-जंतुओं के संरक्षण में योगदान दे। उन्होंने आगे कहा कि रिवर रैंचिंग कार्यक्रम का उद्देश्य नदियों में मछलियों की घटती प्रजातियों को संरक्षित करना है। विभिन्न प्रजातियों की मछलियों को नदियों में प्रवाहित करने से जलजीवों की संख्या बढ़ेगी और पर्यावरणीय संतुलन भी कायम रहेगा। उन्होंने मत्स्य विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि “यह पहल नदियों की सेहत सुधारने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। ऐसे कार्यक्रमों को निरंतरता दी जानी चाहिए ताकि भावी पीढ़ियाँ भी स्वच्छ नदियों और समृद्ध जलीय जीवन का लाभ उठा सकें।”
इस अवसर पर निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष, मत्स्य विभाग के अधिकारीगण, कर्मचारी, स्थानीय कार्यकर्तागण और अनेक सम्मानितजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत आने वाले समय में जिले की अन्य नदियों और जलाशयों में भी रिवर रैंचिंग अभियान चलाया जाएगा, जिससे मत्स्य पालन को बढ़ावा और जलजंतुओं का प्राकृतिक संरक्षण सुनिश्चित हो सके। स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इससे नदी की पारिस्थितिकी में सुधार होगा और मछुआ समुदाय के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। कार्यक्रम का समापन जल संरक्षण और स्वच्छता बनाए रखने के सामूहिक संकल्प के साथ किया गया।
