कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 5 नवंबर को है। चातुर्मास की समाप्ति के बाद कार्तिक मास की इस पूर्णिमा का बहुत महत्व है। पूर्णिमा के दिन किया गया दान-पुण्य अक्षयों फलों की प्राप्ति कराता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन ब्राह्मण के साथ ही अपनी बहन, बहन के लड़के, यानी भानजे, बुआ के बेटे, मामा को भी दान स्वरूप कुछ न कुछ जरूर देना चाहिए। इन सबको आज के दिन दान देने से धन-सम्पदा में हमेशा बरकत ही बरकत होती है। साथ ही पूर्णिमा के दिन किए जाने वाले कुछ ऐसे उपाय भी हैं जो आपको सुख-समृद्धि और धन लाभ दिला सकते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा के उपाय
कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन शाम के समय तुलसी के पौधे में घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे घर की समृद्धि बनी रहेगी और घर में रहने वाले लोगों का इम्यून सिस्टम बेहतर होगा।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन ग्रहस्थ व्यक्ति को तिल व ऑवले का चूर्ण बनाकर, उसका लेप शरीर पर लगाकर स्नान करना चाहिए। ऐसा करने से बीमारियों से छुटकारा मिलता है और शरीर हष्ट-पुष्ट बना रहता है। वहीं जो लोग ग्रहस्थ नहीं हैं, उन्हें तुलसी के पौधे की जड़ में लगी मिट्टी को लगाकर स्नान करना चाहिए और स्नान के समय भगवान विष्णु का नाम जपना चाहिए।
पूर्णिमा के दिन जो व्यक्ति पूरे दिन व्रत रखकर गाय के बछड़े का दान करता है, उसका समाज में कद और दायरा बढ़ता है। जबकि गाय, हाथी, घोड़ा, रथ या घी का दान करने से नौकरी में अच्छा पद मिलता है।
पूर्णिमा के दिन सुबह के समय व्रती अगर मीठे जल में दूध मिलाकर पीपल के पेड़ पर चढ़ाएं, तो उस पर मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, लिहाजा उसे अपार धन-सम्पत्ति की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा आपके जीवन में धन की गति कभी न रूके, इसके लिये रात को चन्द्रमा के उदय होने के बाद दूध चावल की खीर में मिश्री व गंगा जल डालकर मां लक्ष्मी को भोग लगाने के बाद सबमें प्रसाद के रूप में वितरित कर दें।
आपके घर और दुकान की तिजोरियां हमेशा भरी रहें, इसके लिये 11 कौड़ियां लेकर, उन पर हल्दी से तिलक करके आज के दिन मां लक्ष्मी को चढ़ाएं और अगले दिन सुबह इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रख लें। इस उपाय से आपको धन की कोई भी कमी नहीं होगी। एक बात पर और ध्यान दें कि आज से प्रत्येक पूर्णिमा के दिन इन कौड़ियों को अपनी तिजोरी से निकाल कर माता के सम्मुख रखकर उन पर पुन: हल्दी से तिलक करें और फिर से अगले दिन उन्हें लाल कपड़े में बांध कर अपनी तिजोरी में रख लें। ऐसा करने से आपको और भी अच्छे फलों की प्राप्ति होगी।
पूर्णिमा के दिन सवा किलो साबुत चावल खरीदें और शिव जी के मन्दिर में जाकर उनकी विधिवत पूजा करने के बाद उन चावलों में से आपके दोनों हाथों में जितने चावल आयें, लेकर शिवलिंग पर चढ़ा दें और बाकी बचे हुए चावलों को जरूरतमंदों में दान कर दें। ऐसा करने से आपको हर कार्य में सफलता मिलेगी और आपकी हर जगह जीत होगी।
अगर आपके पास भौतिक सुख-साधनों की कमी है तो हर तरह के सुखों की प्राप्ति के लिये आज के दिन शिवलिंग पर शहद, कच्चा दूध, बेलपत्र या शमीपत्र और कुछ फल चढ़ाने चाहिए।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन ग्रहस्थ व्यक्ति को तिल व ऑवले का चूर्ण बनाकर, उसका लेप शरीर पर लगाकर स्नान करना चाहिए। ऐसा करने से बीमारियों से छुटकारा मिलता है और शरीर हष्ट-पुष्ट बना रहता है। वहीं जो लोग ग्रहस्थ नहीं हैं, उन्हें तुलसी के पौधे की जड़ में लगी मिट्टी को लगाकर स्नान करना चाहिए और स्नान के समय भगवान विष्णु का नाम जपना चाहिए।
पूर्णिमा के दिन जो व्यक्ति पूरे दिन व्रत रखकर गाय के बछड़े का दान करता है, उसका समाज में कद और दायरा बढ़ता है। जबकि गाय, हाथी, घोड़ा, रथ या घी का दान करने से नौकरी में अच्छा पद मिलता है।
पूर्णिमा के दिन सुबह के समय व्रती अगर मीठे जल में दूध मिलाकर पीपल के पेड़ पर चढ़ाएं, तो उस पर मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, लिहाजा उसे अपार धन-सम्पत्ति की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा आपके जीवन में धन की गति कभी न रूके, इसके लिये रात को चन्द्रमा के उदय होने के बाद दूध चावल की खीर में मिश्री व गंगा जल डालकर मां लक्ष्मी को भोग लगाने के बाद सबमें प्रसाद के रूप में वितरित कर दें।
आपके घर और दुकान की तिजोरियां हमेशा भरी रहें, इसके लिये 11 कौड़ियां लेकर, उन पर हल्दी से तिलक करके आज के दिन मां लक्ष्मी को चढ़ाएं और अगले दिन सुबह इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रख लें। इस उपाय से आपको धन की कोई भी कमी नहीं होगी। एक बात पर और ध्यान दें कि आज से प्रत्येक पूर्णिमा के दिन इन कौड़ियों को अपनी तिजोरी से निकाल कर माता के सम्मुख रखकर उन पर पुन: हल्दी से तिलक करें और फिर से अगले दिन उन्हें लाल कपड़े में बांध कर अपनी तिजोरी में रख लें। ऐसा करने से आपको और भी अच्छे फलों की प्राप्ति होगी।
पूर्णिमा के दिन सवा किलो साबुत चावल खरीदें और शिव जी के मन्दिर में जाकर उनकी विधिवत पूजा करने के बाद उन चावलों में से आपके दोनों हाथों में जितने चावल आयें, लेकर शिवलिंग पर चढ़ा दें और बाकी बचे हुए चावलों को जरूरतमंदों में दान कर दें। ऐसा करने से आपको हर कार्य में सफलता मिलेगी और आपकी हर जगह जीत होगी।
अगर आपके पास भौतिक सुख-साधनों की कमी है तो हर तरह के सुखों की प्राप्ति के लिये आज के दिन शिवलिंग पर शहद, कच्चा दूध, बेलपत्र या शमीपत्र और कुछ फल चढ़ाने चाहिए।
