सूडान में ओडिशा के युवक का अपहरण, परिवार ने लगाई मदद की गुहार
November 04, 2025
सुडान में जारी खूनी संघर्ष के बीच भारत का एक नागरिक वहां की खतरनाक मिलिशिया रैपिड सपोर्ट फोर्स यानी RSF के चंगुल में फंस गया है। अपहृत युवक का नाम आदर्श बेहरा है, जो ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले का रहने वाला है। सालों से सुडान में सरकारी सेना और RSF के बीच हिंसक झड़पें जारी हैं। राजधानी खार्तूम समेत कई शहर तबाह हो चुके हैं। अब तक इस संघर्ष में कई लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं।
आदर्श के परिजनों को मिले एक वीडियो में आदर्श बेहरा दो RSF सैनिकों के बीच बैठे दिखाई दे रहे हैं। उनके पीछे एक और सैनिक खड़ा है जो उन्हें कैमरे की ओर देखकर बोलने को कहता है ,"डागालो गुड"। यह नाम मोहम्मद हमदान डागालो का है। डागालो RSF का कुख्यात सरगना जिसके नाम से सुडान में दहशत फैली हुई है।
जानकारी के मुताबिक, 36 वर्षीय आदर्श को अल-फाशिर शहर से अगवा किया गया है। यह शहर खार्तूम से करीब 1000 किलोमीटर दूर है। अनुमान लगाया जा रहा है कि वहां से उन्हें न्याला शहर ले जाया गया होगा, जो RSF का गढ़ माना जाता है और दक्षिण दारफुर की राजधानी है। न्याला खार्तूम से करीब 1200 किलोमीटर दूर स्थित है। आदर्श बेहरा के परिवार के अनुसार, वह साल 2022 से सुडान में सुकराती प्लास्टिक फैक्ट्री में काम कर रहे थे। युद्ध की स्थिति के बावजूद वे अपने काम पर टिके रहे, ताकि परिवार की रोज़ी-रोटी चलती रहे।
आदर्श और उनकी पत्नी सुष्मिता बेहरा के दोनों के दो छोटे बच्चे हैं, एक आठ साल का और दूसरा तीन साल का। अब पति के अपहरण की खबर से पूरा परिवार सदमे में है। परिवार ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें आदर्श ज़मीन पर बैठे हाथ जोड़कर कैमरे में बोलते नज़र आते हैं, “मैं अल-फाशिर में हूं, जहां हालात बहुत खराब हैं। मैं दो साल से यहां बहुत मुश्किलों में रह रहा हूं। मेरा परिवार और बच्चे बहुत परेशान हैं। मैं ओडिशा सरकार से मदद की गुजारिश करता हूं।”
परिवार को भेजे गए एक वॉइस मैसेज में आदर्श कह रहे हैं, "मेरा नाम आदर्श है और अल फ़शीर में आरएसएफ वालों ने मुझे पकड़ लिया है। अभी मैं उनके हिरासत में हूं। यहां इतने अच्छे हालात नहीं है। खाने पीने को थोड़ा बहुत मिलता है। यह लोग मुझे छोड़ने को तैयार हैं लेकिन रेड क्रॉस वाले आएंगे तो वे मुझे लेकर जा सकते हैं। इन लोगों ने मुझे मेरा पासपोर्ट और बाकी के डॉक्यूमेंट ले लिए हैं। मुझे अभी अल फशिर मीना में रखा गया है। मुझे यहां से जल्दी जाना है क्योंकि मुझे यहां बहुत तकलीफ हो रही है। मेरी तबीयत भी अब खराब हो रही है। मुझे अब यहां पर डर लग रहा है क्योंकि अब यहां पर गोलीबारी भी हो रही है। मैं सरकार से गुजारिश कर रहा हूं कि मुझे यहां से निकाल लें।"
वहीं, आदर्श की पत्नी सुष्मिता ने कहा, "मेरे पति अफ्रीका में काम करने के लिए गए थे। मैं वहां 3 साल से रह रहे थे और एक बार भी भारत नहीं आए थे। आज को लगभग 10 दिन हो गए हैं उनके अपहरण को हुए। उनका मोबाइल और सारे दस्तावेज उनसे छीन लिए गए हैं। मेरे पति जिस कंपनी में काम करते थे, उसके मालिक को भी किडनैप कर लिया गया है। मेरे पति कभी वॉइस मैसेज भेजते हैं तो कभी फोन में बताते हैं कि "मुझे मारा जाता है या पीटा जाता है" । मेरे पति को खाने के लिए भी कुछ नहीं दिया जाता।" अब पूरा परिवार और गांववाले सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि विदेश मंत्रालय और ओडिशा सरकार मिलकर आदर्श को जल्द से जल्द सुरक्षित वापस लाने की कोशिश करें।
