पीलीभीत। शनिवार देर रात शहर में उस समय एक भावुक दृश्य देखने को मिला जब एक वानर की करंट लगने से मौत हो गई। नगर के नौगवां चैराहे के समीप वन विभाग ओवर क्रॉसिंग के पास यह घटना हुई। कई घंटे तक वानर का शव वहीं पड़ा रहा, लेकिन किसी ने उसके संस्कार की पहल नहीं की। इसी बीच वहां से गुजर रहे सभासद एवं महंत सेवक विशाल की नजर वानर पर पड़ी, तो उन्होंने बिना देर किए श्रद्धा और आस्था से उसका अंतिम संस्कार कराया।
घटना की जानकारी मिलने पर सभासद विशाल ने स्थानीय लोगों की मदद से खुद फावड़ा चलाकर गड्ढा खोदा और वानर महाराज को पूरे धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ दफनाया। इस दौरान उन्होंने श्री हनुमान जी के जयकारे लगाए। उपस्थित श्रद्धालुओं ने भी “जय श्री हनुमान” के नारे लगाकर वानर महाराज को श्रद्धांजलि दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वानर ओवर क्रॉसिंग के पास बिजली के खुले तार के संपर्क में आ गया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि वानर तीन से चार घंटे तक वहीं पड़ा रहा, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
भावुक स्वर में सभासद एवं महंत सेवक विशाल ने कहा, “वानर हनुमान जी के स्वरूप माने जाते हैं। उनका सम्मान और संस्कार करना हमारा नैतिक और धार्मिक कर्तव्य है।” उन्होंने स्थानीय लोगों से भी आग्रह किया कि किसी भी जीव के प्रति दया और संवेदना रखना मानवता का सबसे बड़ा धर्म है।
नगर के लोगों ने सभासद विशाल के इस कदम को आस्था और मानवता की मिसाल बताया। श्रद्धालुओं ने कहा कि “जिस प्रकार उन्होंने वानर महाराज के प्रति श्रद्धा दिखाई, वह समाज के लिए प्रेरणादायक है।”
अंतिम संस्कार के दौरान लोगों ने भगवान श्री हनुमान से प्रार्थना की “हे श्री हनुमान जी महाराज, वानर महाराज को अपने चरणों में स्थान दें।”
