बीसलपुर। गांव बरसिया में चल रहे चार दिवसीय सत्संग के दूसरे दिन सोमवार को सत्संगी वातावरण में ओम हरि विष्णु घट घट वासी ने श्रद्धालुओं को जीवन के आध्यात्मिक मूल्यों पर प्रेरक प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय धार्मिक ग्रंथों में मानव जीवन का सार छिपा हुआ है। जो व्यक्ति इन ग्रंथों का अमृतपान करता है, उसका जीवन सफल हो जाता है।
घट घट वासी ने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां रामचरितमानस, श्रीमद्भागवत, वेद और पुराणों जैसे ग्रंथों की पूजा की जाती है। उन्होंने बताया कि इन ग्रंथों में न केवल धर्म बल्कि मानवता, सेवा और भाईचारे की शिक्षा निहित है।उन्होंने प्रवचन के दौरान कहा कि प्रभु श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए क्योंकि उन्होंने सभी से समान प्रेम किया। भरत न्यायप्रिय और धर्मनिष्ठ थे, लक्ष्मण में सेवा का भाव था, और शत्रुघ्न सबकी रक्षा करने वाले थे। चारों भाइयों ने मानवता और प्रजा की सेवा की, इसीलिए उनका राज्य “रामराज्य” कहलाया।
घट घट वासी ने कहा “इंसान का इंसान से भाईचारा ही सबसे बड़ा धर्म है। जब हम धर्म के मार्ग पर चलते हैं, तो झूठ, कपट, और निंदा अपने आप दूर हो जाते हैं।”
सत्संग में क्षेत्र के श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। मंच संचालन करते हुए सेवादार सुंदरलाल, प्रेमवती, मंजू देवी, राजवीर शर्मा, अनीता गंगवार, शेषकुमार, ओंकार श्रीवास्तव, अशोक कुमार वर्मा, रामकेश कुमार, सर्वेश कुमार सहित अखिल भारतीय गौ रक्षा परिषद के पदाधिकारी मौजूद रहे।
