कर्नाटक में गन्ना किसानों का आंदोलन तेज! सरकार से कर दी बड़ी मांग
November 06, 2025
BJP के प्रदेश अध्यक्ष BV विजयेंद्र ने गन्ना किसानों के इस आंदोलन में शामिल होकर मुदलगी के पास गुर्लापुर क्रॉस पर किसानों के साथ सड़क पर ही रात बिताई. इसी दौरान उन्होंने अपना 50वां जन्मदिन भी किसानों के बीच मनाया. जन्मदिन की बधाई देने के लिए जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का फोन आया, तो विजयेंद्र ने उन्हें बताया कि वे किसानों के बीच ही अपना जन्मदिन मना रहे हैं.
विजयेंद्र ने कहा कि किसानों की ₹3,500 प्रति टन गन्ना मूल्य की मांग पूरी तरह जायज है और मिलों की तरफ से दिया जा रहा ₹3,200 का दाम अस्वीकार्य है. उन्होंने ऐलान किया कि जब तक राज्य सरकार ₹3,500 प्रति टन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) घोषित नहीं करती और किसानों की बाकी सभी मांगें पूरी नहीं करती, तब तक वे आंदोलन स्थल नहीं छोड़ेंगे. इसके बाद वे KLESF अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने उस किसान लक्कप्पा गुनादल से मुलाकात की जिसने सांसद जगदीश शेट्टर के सामने कीटनाशक पी लिया था.
किसान नेता चुनप्पा पुजारी ने घोषणा की कि कर्नाटक राज्य रैथा संघ, हसीरु सेना, और कर्नाटक शुगरकेन ग्रोवर्स एसोसिएशन समेत कई संगठनों ने 7 नवंबर को कर्नाटक बंद का आह्वान किया है. उन्होंने कहा, विजयपुरा और बागलकोट जिलों में किसान पहले ही आंदोलन शुरू कर चुके हैं. यह आंदोलन पूरे राज्य में फैलेगा और सरकार को हमारी बात सुननी ही पड़ेगी.
पुजारी ने यह भी मांग की कि गन्ना मंत्री शिवानंद पाटिल खुद आंदोलन स्थल पर आकर किसानों को ठोस आश्वासन दें. उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र की निजी और सहकारी चीनी मिलें किसानों को ₹3,400 से ₹3,600 प्रति टन तक का भाव दे रही हैं, जिसमें कटाई और ढुलाई का खर्च अलग है. इसी बीच गुर्लापुर क्रॉस पर हालात तब तनावपूर्ण हो गए जब कानून मंत्री एच.के. पाटिल किसानों से मिलने पहुंचे. जब वे बिना कोई ठोस जवाब दिए जाने लगे तो नाराज किसानों ने मंत्री की कार को घेर लिया और करीब 15 मिनट तक रास्ता रोके रखा. इस दौरान झड़प जैसी स्थिति बनी रही और पुलिसकर्मियों को मंत्री को सुरक्षित निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
