बाराबंकीः बेकाबू ट्रक और अर्टिगा की टक्कर में 8 की मौत! कार सवार ज्वेलर परिवार का नहीं बचा कोई सदस्य
November 04, 2025
फतेहपुर/बाराबंकी। बिठूर से गंगा स्नान कर लौट रहे ज्वेलर परिवार की अर्टिगा कार सोमवार देर रात देवा थाना क्षेत्र के कुतलूपुर गांव के पास ट्रक से आमने-सामने टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मरने वालों में फतेहपुर कस्बे के प्रसिद्ध ज्वेलर प्रदीप रस्तोगी, उनकी पत्नी, दो बेटे समेत ड्राइवर और दो अन्य लोग शामिल हैं।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक टक्कर इतनी जोरदार थी कि पहले तो लगा कोई बम विस्फोट हुआ है लेकिन टक्कर इतनी जोरदार रही कि कार पूरी तरह चिपक गई गई। एयरबैग खुलने का मौका तक नहीं मिला। आगे बैठे लोगों के शव सीटों से चिपक गए जिन्हें गैस कटर से काटकर निकाला गया। मृतकों की पहचान प्रदीप रस्तोगी (60), उनकी पत्नी माधुरी (55), दोनों बेटे नितिन (35) और नैमिष उर्फ कृष्णा (15), ड्राइवर श्रीकांत शुक्ला (50) और बालाजी मिश्रा (55) के रूप में हुई है। दो घायलों इंद्र कुमार (50) और विष्णु (15) को लखनऊ रेफर किया गया था, जहां मंगलवार सुबह इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई। बालाजी मिश्रा और विष्णु पिता-पुत्र थे।बताते चले प्रदीप रस्तोगी फतेहपुर कस्बे के मोहल्ला मुंशीगंज में “गौरी ज्वेलर्स” नाम से दुकान चलाते थे। हादसे के बाद उनके परिवार में कोई सदस्य जीवित नहीं बचा। मोहल्ले में चीख-पुकार मच गई। महिलाएं रोते-रोते बेहोश हो गईं।बताया गया कि जिस अर्टिगा कार से परिवार गया था, वह फतेहपुर के ही एक गुप्ता परिवार ने हाल ही में धनतेरस पर खरीदी थी और उस पर नंबर भी नहीं पड़ा था। प्रदीप रस्तोगी तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनकी बड़ी बेटी की मौत पांच साल पहले हो चुकी थी।हादसे के बाद देवा-बैसवारा मार्ग पर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने जेसीबी की मदद से ट्रक और कार को सड़क से हटवाकर यातायात बहाल कराया। परिजनों और नगर के सैकड़ों लोग पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे। शवों के घर पहुंचते ही पूरा फतेहपुर कस्बा शोक में डूब गया।
