बाराबंकी: बिजली घर नहीं, जनता की उम्मीदों का दीप स्तंभ - अधीक्षण अभियंता
October 06, 2025
रामनगर/बाराबंकी। अधीक्षण अभियंता राजबाला सोमवार की दोपहर अचानक पावर हाउस पहुँचीं, तो यह केवल एक औपचारिक निरीक्षण नहीं था, बल्कि जनता की उम्मीदों और प्रशासनिक जवाबदेही का सीधा संदेश था। पावर हाउस में पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले परिसर की सफाई व्यवस्था देखी ,लेकिन वहां का दृश्य उन्हें संतोषजनक नहीं लगा। बिजली घर को महज एक सरकारी भवन नहीं, बल्कि हजारों उपभोक्ताओं के घरों में जलती रौशनी का केंद्र मानते हुए उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा,यहां की हर ईंट, हर मशीन लोगों की उम्मीदों को रोशन करती है। ऐसे में गंदगी और अव्यवस्था बिलकुल स्वीकार्य नहीं।अधिशासी अभियंता खालिद सिद्दीकी को उन्होंने तत्काल सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए और कहा कि रिकॉर्ड रूम से लेकर कार्यस्थल तक रोजाना स्वच्छता सुनिश्चित की जाए।इसके साथ ही बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने पर भी उन्होंने जोर देते हुए कहा बिजली गुल होना सिर्फ तकनीकी समस्या नहीं, यह किसी बच्चे की पढ़ाई, किसी बुजुर्ग की दवा और किसी गृहस्थ की रसोई पर असर डालता है। शिकायतों का निस्तारण संवेदनशीलता के साथ होना चाहिए।निरीक्षण के दौरान मौजूद अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि परिसर की सफाई और तकनीकी सुधार जल्द पूरे किए जाएंगे।अधीक्षण अभियंता राजबाला ने जाते-जाते एक बात कहना नही भूली कि सरकारी कार्यालय जनता की भरोसे की जगह हैं। अनुशासन, स्वच्छता और पारदर्शिता ही इनका वास्तविक सौंदर्य है। लापरवाही हुई तो कार्रवाई तय है।उनकी यह सख्ती प्रशासनिक नहीं, बल्कि संवेदनशीलता से भरी चेतावनी थी , क्योंकि पावर हाउस सिर्फ मशीनों का ढांचा नहीं, बल्कि आम जनता की रौशनी से जुड़ी भावनाओं का आधार है।
