पूरनपुर/पीलीभीत। हजारा क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। बरसात के कारण बंद हुई शारदा नदी के धनाराघाट पर निःशुल्क नाव सेवा सोमवार से पुनः शुरू कर दी गई है। नाव सेवा शुरू होते ही नदी पार करने वाले हजारों ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी झलक उठी।हर साल बरसात के मौसम में नदी पर बना पेंटून पुल हटा दिए जाने से हजारा क्षेत्र का संपर्क जिला मुख्यालय और तहसील से कट जाता है। ऐसे में ग्रामीणों को नदी पार करने के लिए करीब 140 किलोमीटर लंबा भीरादृपलिया मार्ग तय करना पड़ता था। स्कूल, बाजार और सरकारी कार्यों के लिए यह दूरी ग्रामीणों के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं थी। ग्रामीणों की इस समस्या को देखते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनजीत सिंह ने लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क साधा। उनके प्रयासों और प्रशासन की तत्परता से आखिरकार सोमवार को धनाराघाट पर नाव सेवा दोबारा शुरू करने की अनुमति मिल गई। घाट पर तैनात मुंशी बबलू मांझी ने बताया कि यह सेवा पूरी तरह निःशुल्क रखी गई है और वह सुबह से शाम तक लोगों को निःस्वार्थ भाव से नदी पार कराएंगे। नाव सेवा शुरू होते ही ग्रामीणों ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनजीत सिंह और जिला प्रशासन का आभार जताया। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब हजारा क्षेत्र का आवागमन एक बार फिर सरल और सुगम हो गया है, जिससे क्षेत्र में राहत का माहौल है।
पीलीभीत: हजारा क्षेत्र के लिए लौटी लाइफलाइन, धनाराघाट पर निःशुल्क नाव सेवा शुरू! ग्रामीणों ने ली राहत की सांस, पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनजीत सिंह के प्रयास रंग लाए
October 21, 2025
पूरनपुर/पीलीभीत। हजारा क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। बरसात के कारण बंद हुई शारदा नदी के धनाराघाट पर निःशुल्क नाव सेवा सोमवार से पुनः शुरू कर दी गई है। नाव सेवा शुरू होते ही नदी पार करने वाले हजारों ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी झलक उठी।हर साल बरसात के मौसम में नदी पर बना पेंटून पुल हटा दिए जाने से हजारा क्षेत्र का संपर्क जिला मुख्यालय और तहसील से कट जाता है। ऐसे में ग्रामीणों को नदी पार करने के लिए करीब 140 किलोमीटर लंबा भीरादृपलिया मार्ग तय करना पड़ता था। स्कूल, बाजार और सरकारी कार्यों के लिए यह दूरी ग्रामीणों के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं थी। ग्रामीणों की इस समस्या को देखते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनजीत सिंह ने लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क साधा। उनके प्रयासों और प्रशासन की तत्परता से आखिरकार सोमवार को धनाराघाट पर नाव सेवा दोबारा शुरू करने की अनुमति मिल गई। घाट पर तैनात मुंशी बबलू मांझी ने बताया कि यह सेवा पूरी तरह निःशुल्क रखी गई है और वह सुबह से शाम तक लोगों को निःस्वार्थ भाव से नदी पार कराएंगे। नाव सेवा शुरू होते ही ग्रामीणों ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनजीत सिंह और जिला प्रशासन का आभार जताया। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब हजारा क्षेत्र का आवागमन एक बार फिर सरल और सुगम हो गया है, जिससे क्षेत्र में राहत का माहौल है।
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