पूरनपुर/पीलीभीत। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह से मुलाकात कर किसानों की समस्याओं को लेकर दो अलग-अलग ज्ञापन सौंपे। यूनियन ने धान किसानों की परेशानियों को तत्काल दूर करने की मांग की है। किसानों का कहना है कि धान खरीद के मौजूदा व्यवस्था में पारदर्शिता की भारी कमी है, जिससे किसानों को अपने उत्पाद का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है।
भाकियू अराजनैतिक नेताओं ने कहा कि सरकारी धान खरीद केंद्रों पर किसानों से मनमाने तरीके से खरीद की जा रही है। वजन में हेराफेरी, देर से तौल और मनचाही कटौती जैसी शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। इसके अलावा, अमरिया तहसील क्षेत्र में मात्र दो सरकारी क्रय केंद्र ही स्थापित किए गए हैं, जिससे किसानों को कई किलोमीटर दूर जाकर अपना धान बेचना पड़ रहा है।
किसान नेताओं ने कहा कि अमरिया तहसील के गांवों में धान उत्पादक किसानों की संख्या काफी अधिक है, लेकिन केंद्रों की संख्या सीमित होने के कारण अधिकांश किसान खुले बाजार या निजी खरीददारों को औने-पौने दामों पर अपना धान बेचने को मजबूर हैं।
इसलिए प्रशासन से मांग की गई कि अमरिया तहसील में धान क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि किसानों को राहत मिल सके और सरकारी खरीद में पारदर्शिता बनी रहे। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि जनपद पीलीभीत में मंडी समितियों के अलावा बाहरी धान क्रय केंद्रों पर भी खरीद की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए, ताकि किसानों को अपने गांव के आसपास ही उचित मूल्य पर धान बेचने की सुविधा मिल सके। भाकियू अराजनैतिक के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि किसानों की समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया गया तो यूनियन आंदोलन का रास्ता अपनाने पर विवश होगी। जिलाधिकारी ने ज्ञापन प्राप्त कर संबंधित विभागों को जांच कर शीघ्र आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
यूनियन नेताओं ने कहा कि संगठन किसानों के हितों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगा। धान खरीद के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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