बाराबंकी। पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद के यौमे पैदाइश पर शुक्रवार को कस्बा मसौली, बांसा, बड़ागांव और शहाबपुर सहित विभिन्न इलाकों में जश्ने ईदमिलादुन्नबी बड़े ही अकीदत और सादगी के साथ मनाया गया।
गांव-गांव, गली-गली रोशनी से जगमगाते रहे, घर-घर मिलाद की महफिलें सजीं और तिलावत-ए-कुरान की आवाजें पूरी रात गूंजती रहीं। लोगों ने पैगंबर की याद में तबरुकात का वितरण कर मोहब्बत और भाईचारे का पैगाम दिया।कस्बा बांसा शरीफ में दरगाह हजरत सैय्यद अब्दुर्रज्जाक शाह रहमतुल्लाह अलेह से झंडा जुलूस निकला, जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक नबी के झंडे लेकर ष्नारे तकबीर, अल्लाहु अकबरष् और ष्सरकार की आमद मरहबाष् के नारों के साथ शामिल हुए। जुलूस ईदगाह तक पहुंचकर संपन्न हुआ।बड़ागांव में बड़ी चैक से निकले जुलूस का समापन हजरत काजी शहाबुद्दीन औलिया के आस्ताने पर हुआ। वहीं शहाबपुर में देर रात ताजिये रखे गए और सुबह जुलूस निकाला गया, जिसके बाद शाम को नम आंखों के साथ ताजियों को करबला में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।पूरे आयोजन के दौरान थाना प्रभारी अमित प्रताप सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक शमशाद अली सहित पुलिस बल मुस्तैदी से तैनात रहा, जिससे जुलूस शांति और भाईचारे के माहौल में संपन्न हुआ।