जायस: सघर्ष से भरा जीवन कौमी एकता का प्रतीक पर्दा पाक बाबा
September 04, 2025
जायस/अमेठी। मजहब नही सिखाता आपस मे बैर रखना ये कहावत पर्दा पाक बाबा पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है। इसी मार्ग पर 12 साल से लगभग पर्दा पाक बाबा चलते चले आ रहे है । आपको बताते चले कि अमेठी जनपद के जायस के बहादुरपुर के अन्तर्गत स्थान मुबारकपुर मुखतियां बीबीडोला रोड किनारे एक छोटा आशियाना बना कर रह रहे पर्दा पाक बाबा कौम के प्रति जागरूक करने का कार्य करते चले आ रहे । यही नही भाईचारे का संदेश देने वाले ये पर्दा पाक बाबा खुद तो अन्य नही ग्रहण करते है लेकिन हर सप्ताह आस पास के लोगो के लिये अपने ही गरीब झोपडी पर सैकडो लोगो के लिये खाना यानी लगंड रसूल अल्लाह हुजूर पाक के नाम से हर जुमेरात को करते चले आ रहे है। इस लंगड़ मे रसूल अल्लाह पाक हुजूर के मुरीद सारीक होते है। जनता के बीच मौजमगंज बाबा के नाम से जाने,जाने वाले पर्दा पाक बाबा अपने नये आशियाना पर पुरानी परम्परा को सम्भलते हुये चले आ रहे है। सैकड़ो लोगो को आज भी हर जुमेरात को लंगड के माध्यम से खाना खिलाते चले आ रहे है। दीन दुखियों के मसीहा के रूप मे ये बाबा क्षेत्र मे अपनी एक अलग पहचान बना रखे है। बाबा की व्यक्तिगत अगर बात करे तो इनका रहन सहन आम आदमी के जिन्दगी से हटकर है ये खुद को कष्ट देकर अपना जान जोखिम मे डालकर अपने कौम के प्रति लोगो को जागरूक करने का कार्य करते चले आ है। लगड़ व जुलूस के प्रति भी काफी.सचेत बने रहते है। रही बात बाबा की तो 12 साल से लगभग ये अनाज का सेवन करने से काफी परहेज करते चले आ रहे कई महीनो तक अन्य का सेवन न करके मात्र पानी काढा फलफूल पर अपना जीवन जीने की क्षमता रखते है। अपने दिल मे ठानी हुयी तपस्या अपनी हर सांसे रसूल अल्लाह हुजूर पाक के नाम कर चुके है। खास बात तो ये है कीअकेलापन वह भक्तों के प्रति अच्छी भावना व शेष बचा टाइम अपने अल्लाह पाक पर लगाना और जमी पर लेटना आदि ऐसी कठोर चीजे इनकी दिनचर्या मे सुमार बना हुआ है। नवनिर्मित झुग्गी झोपडी मे रहकर अपने भक्तो की सेवा प्रत्येक जुमेरात को करते चले आ रहे है। आज भी इनके लगंड मे सैकड़ों की संख्या मे रसूल अल्लाह हुजूर पाक के मुरीद शामिल हुये है।